★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{चिदंबरम के बाद प्रियंका पति राबर्ट वाड्रा की भी बढ़ सकती है मुश्किलें, कोर्ट ने दी 4 हफ्ते की मोहलत,18 नवम्बर को होगी सुनवाई}
[वाड्रा की कम्पनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी एलएलपी के कर्मचारी रहे मनोज अरोड़ा इस मामले में बनाये गए हैं आरोपी]
(कोर्ट से धनशोधन निवारण क़ानून के कुछ प्रावधानों को रद्द करने की मांग की है रॉबर्ट वाड्रा ने)

♂÷कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व गृह व वित्तमंत्री पी चिदंबरम की गिरफ्तारी के बाद अब कांग्रेसाध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद व प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा के बुरे दिन शुरू होने वाले है।
ईडी के अनुसार मनीलांड्रिंग करके लन्दन में करोड़ो की सम्पत्ति ख़रीदने के मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय ने कारोबारी राबर्ट वाड्रा को उनकी याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के जवाब पर प्रत्युत्तर दायर करने के लिए बुधवार को चार हफ्ते का समय दिया।
वाड्रा ने अपनी याचिका में धनशोधन निवारण कानून के कुछ प्रावधानों को रद्द करने की मांग की है। न्यायमूर्ति मनमोहन और न्यायमूर्ति संगीता ढींगरा सहगल की पीठ ने मामले को अगली सुनवाई के लिए 18 नवंबर को सूचीबद्ध किया।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति वाड्रा का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता केटीएस तुलसी ने ईडी के जवाब पर प्रत्युत्तर दाखिल करने के लिए कुछ समय की मांग की थी और कहा था कि दस्तावेका लगभग तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ईडी ने दावा किया कि वाड्रा ने उच्च न्यायालय के समक्ष अपनी याचिका में कुछ तथ्यों को दबा दिया। हालांकि उनकी ओर से कोई तथ्य नहीं छिपाया गया है।
तुलसी ने कहा, ‘‘वे ईसीआईआर (प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट) की प्रति नहीं देते हैं और फिर कहते हैं कि मैंने तथ्यों को दबा दिया है। उन्होंने मुझे अदालत के आदेश के बाद ही ईसीआईआर की प्रति मुहैया करायीं। मेरी जानकारी में जो तथ्य थे, मैंने उन सभी तथ्यों का खुलासा किया है। मेरी ओर से कोई तथ्य नहीं दबाया गया है।’’ वाड्रा के करीबी सहयोगी मनोज अरोड़ा ने भी धनशोधन मामले को रद्द करने की मांग की है।
वाड्रा पर लंदन स्थित ब्रायनस्टन स्क्वायर में 19 लाख पाउंड में एक संपत्ति खरीदने का आरोप है। इस मामले की जांच धनशोधन निवारण कानून के प्रावधानों के तहत की जा रही है। वाड्रा की कंपनी स्काइलाइट हॉस्पिटेलिटी एलएलपी के कर्मचारी रहे अरोड़ा मामले में सह-आरोपी हैं।