★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के पुत्र बीजेपी प्रत्याशी नितेश राणे को हराने के लिए शिवसेना ने सतीश सावंत को उतारा कणकवली सीट से}
[बीजेपी शिवसेना गठबन्धन के बाद भी शिवसेना बोली नारायण राणे के द्वारा किये गए दिवंगत बाला साहेब ठाकरे के अपमान को नही भूले है शिवसैनिक]

♂÷महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन है, फिर भी एक बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ शिवसेना ने उम्मीदवार उतार ललकारा है कि उसको जीतने नही देंगे।
फ़िलहाल शिवसेना के इस कदम से सिंधुदुर्ग जिले की कणकवली विधानसभा सीट का चुनावी परिदृश्य बेहद रोमांचक हो गया है।शिवसेना ने पूर्व मुख्यमंत्री व बीजेपी के राज्यसभा सदस्य नारायण राणे के समर्थक सतीश सावंत को चुनाव मैदान में उतारा है।खास बात ये है कि इस सीट से भाजपा ने नारायण राणे के ही पुत्र और पूर्व विधायक नीतेश राणे को उम्मीदवार बनाया है, नीतेश ने गुरुवार को और सावंत ने शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया।

इससे पहले गुरुवार को सिंधुदुर्ग के भाजपा जिलाध्यक्ष प्रमोद जाठार की मौजूदगी में नीतेश राणे ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की,इसके बाद नीतेश राणे ने भाजपा उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया। नीतेश राणे के विरोध में गुरुवार को नारायण राणे के कट्टर समर्थक संदेश पारकर ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।उस समय राणे समर्थक सतीश सावंत ने कहा था कि वह शुक्रवार को निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल करेंगे।
लेकिन शुक्रवार को शिवसेना संपर्क प्रमुख दुधवणकर ने सावंत को पार्टी की सदस्यता दिला दी। इसके बाद सतीश सावंत ने अपना नामांकन दाखिल किया। ऐसा करते हुए दुधवणकर ने कहा कि नारायण राणे और उनके परिवार का विरोध शिवसैनिक हर जगह करने वाले हैं, नारायण राणे ने दिवंगत बालासाहेब ठाकरे का जो अपमान किया है, उसे शिवसैनिक कभी भी भूला नहीं सकते।
शिवसेना के प्रदेश संपर्क प्रमुख अरुण दुधवणकर ने कहा कि सतीश सावंत को किसी भी कीमत पर विजयी बनाने के लिए शिवसैनिक काम करेंगे, कणकवली में शिवसेना व भाजपा आमने-सामने चुनाव लड़ रही है।