★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{बुधवार को कानूनमंत्री रविशंकर प्रसाद के दिये गए बयान पर AIMAIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा कि आप कानूनमंत्री हैं कम से कम संविधान खोलकर देखना चाहिए}
[रविशंकर ने कहा था कि अगर बीजेपी ने हिन्दू देवी-देवताओं की तस्वीरों के साथ संविधान का प्रकाशन किया होता तो चीख पुकार मच जाती लेकिन 1950 में इसे अनुचित नही माना गया]

♂÷संविधान में सिर्फ हिंदू देवता ही नहीं, बल्कि टीपू सुल्तान, शिवाजी, अकबर, गुरु गोविंद सिंह और गांधीजी का भी चित्रण है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद पर निशाना साधते हुए उन्होंने क़ानून मन्त्री रविशंकर प्रसाद के उस बयान को लेकर उनपर हमला बोला जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरों के साथ संविधान का प्रकाशन किया होता तो हल्ला मच जाता।
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ” सर आप कानून मंत्री हैं, कम से कम आपको हमारा संविधान खोल कर देखना चाहिए था कि हमारे संविधान का मसौदा तैयार करने वालों ने हमारी विविधता का जश्न मनाया था सिर्फ हिंदू देवता ही नहीं, बल्कि टीपू सुल्तान, शिवाजी, अकबर, गुरु गोविंद सिंह और गांधीजी का भी चित्रण किया गया था।
स्मरण हो कि केंद्रीय क़ानूनमंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा था कि अगर बीजेपी ने हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरों के साथ संविधान का प्रकाशन किया होता, तो चीख-पुकार मच जाती लेकिन 1950 में इसे अनुचित नहीं माना गया।’ केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा कि मशहूर चित्रकार नंद लाल बोस ने संविधान के पन्नों पर भगवान बुद्ध, महावीर और ऐतिहासिक महापुरुषों के अलावा हिंदू देवी-देवताओं की भी तस्वीर बनाई क्योंकि यह फैसला किया गया था इसपर हमारी सांस्कृतिक विरासत प्रतिबिंबित होनी चाहिए।
कुल मिलाकर दोनो तरफ़ से बयानबाजी कर जमकर सियासी हमले किये जा रहे हैं।