★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{कोयला तस्करी मामलें में नवम्बर में दर्ज केस में नाम है अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा नरूला का,19 फ़रवरी को CBI ने पश्चिम बंगाल की 13 जगहों पर की थी छापेमारी}
[सीबीआई टीम ने रुजिरा को आज जारी नोटिस घर पर दी और 24 घण्टे के अन्दर सीबीआई दफ़्तर आने की ताक़ीद की]
(अभिषेक बनर्जी ने हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ किया है मानहानि का केस और उनकी अपील पर शाह को कोर्ट ने जारी किया है समन)
♂÷आज केन्द्रीय जाँच एजेंसी(CBI) के द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीज़े अभिषेक बनर्जी की पत्नी को कोयला तस्करी केस में नोटिस भेजते ही एक बार फ़िर सियासी तीर तृणमूल व बीजेपी में चलने शुरू हो गए हैं।
अभिषेक बनर्जी ने ट्वीटर पर लिखा कि पत्नी रुजिरा को आज दो बजे CBI की नोटिस मिली है,हमें अपने क़ानून पर पूरा भरोसा है।हालांकि अगर वे सोचते हैं कि ऐसे क़दम उठाकर हमे परेशान कर सकते हैं तो वो गलती कर रहे हैं।
हम झुकने वालों में नही हैं।
तृणमूल काँग्रेस में पार्टी अध्यक्ष व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद नम्बर दो की पोजिशन रखने वाले भतीज़े अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा नरूला के विरुद्ध कोयला तस्करी मामलें में गत वर्ष नवम्बर माह में केस दर्ज हुआ था।
जानकारी के मुताबिक यह सम्मन उनकी पत्नी रूजिरा नरुला ने रिसीव किया इसमें रूजिरा को सीबीआई की जांच में शामिल होने को कहा गया है। खुद अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट करके इसकी जानकारी साझा की।

बनर्जी ने एक ट्वीट में कहा, ‘आज दोपहर दो बजे सीबीआई ने मेरी पत्नी के नाम एक नोटिस दिया, हमें अपने कानून पर पूरा भरोसा है।हालांकि, अगर वो ये सोचते हैं कि ऐसे कदम उठाकर हमें परेशान कर सकते हैं, तो वो गलती कर रहे है,हम झुकने वालों में से नहीं हैं।’ दरअसल सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम कोलकाता में बनर्जी के घर पहुंची और उन्हें आज समन दिया, समन में लिखा है कि उन्हें 24 घंटे के अंदर सीबीआई दफ्तर आना होगा।
इससे पहले 19 फरवरी को भी सीबीआई सीबीआई कोयला अवैध खनन और तस्करी मामले में बंगाल की 13 जगहों पर भी छापेमारी कर चुकी है।कोयला तस्करी से जुड़े इस मामले में जांच बीते साल नवंबर से ही चल रही है।गौरतलब है कि अभिषेक बनर्जी ने हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री के खिलाफ मानहानि केस किया था, अभिषेक की अपील पर अमित शाह को समन जारी किया गया है।
कुल मिलाकर नोटिस मिलते ही पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली तक सियासी तीर चलने शुरू हो गए हैं।