★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{जम्मू कश्मीर के राज्यपाल ने कहा सरकार घाटी में कश्मीरी पण्डितो की सुरक्षित वापसी के लिए है प्रतिबद्ध}
[370 हटने के बाद स्वतंत्रता दिवस पर गवर्नर ने कहा कि आपकी पहचान खतरे में नही है भारत का संविधान राज्य की स्थानीयता को फलने फूलने का देता है मौका]
(शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में आयोजित स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रंगारंग कार्यक्रम में NSA डोभाल समेत आला अफ़सरान रहे मौजूद)

♂÷73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तमाम नेता देश के कोने कोने में झंडारोहण कर रहे हैं।जम्मू -कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया।यहां राज्यपाल सत्यपाल मलिक और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल भी मौजूद रहे।
श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया।सत्यपाल मलिक ने तिरंगा फहराया इस दौरान उन्होंने परेड में हिस्सा भी लिया।राज्यपाल के संबोधन के दौरान कश्मीर में भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि सुरक्षाबलों की सख्ती के कारण घाटी में आतंकियों ने हार मान ली है।पत्थरबाजी और आतंकी संगठनों में भर्ती में कमी आई है,मेरी सरकार घाटी में कश्मीरी पंडितों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रतिबद्ध है।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से यह कहना चाहता हूं कि आपकी पहचान खतरे में नहीं है।इससे कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है भारत का संविधान हर राज्य की स्थानीयता को फलने-फूलने का मौका देता है।
इस दौरान शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. समारोह में काफी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद रहे।
बता दें कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हो रहे कार्यक्रमों पर सबकी नजरें हैं, लद्दाख में भी आजादी का जश्न मनाया गया है।