★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{सोनभद्र से चुनार पहुंचे पीड़ित परिजन,गेस्टहाउस में प्रियंका वाड्रा गांधी से मिलकर बयाँ किये खौफ़नाक दास्ताँ}
[15 पीड़ित परिवारों में से सिर्फ़ दो परिवारों को मिलने देने पर भड़की प्रियंका फ़िर बैठी गेस्टहाउस में धरने पर ]
(कोलकाता से बाबतपुर एयरपोर्ट पहुँचने पर तृणमूल के 3 सांसद व 2 विधायको को प्रशासन ने नही जाने दिया सोनभद्र, लिया कस्टड़ी में)
{छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी पहुँच रहे बनारस एयरपोर्ट जहाँ से जायेगे सोनभद्र या मिलेंगे प्रियंका गांधी से गेस्टहाउस में}
(काँग्रेस की रणनीति व प्रियंका की आक्रामक राजनीति ने यूपी में मुख्य विपक्षी दल सपा-बसपा को किनारे कर लड़ाई बना दी योगी बनाम प्रियंका)
[सोनभद्र कमिश्नर ने जिले में बाहरी नेताओं के आने पर लगाया रोक लागू है धारा 144]

♂÷सोनभद्र में जमीन पर कब्ज़े लेने के दौरान हुए नरसंहार पर सियासी संग्राम बढ़ता जा रहा है। काँग्रेस इस मुद्दे को अपने लिए बड़े अवसर पर देख रही है तो महासचिव प्रियंका वाड्रा गाँधी खुलकर इस मुद्दे ओर यूपी की योगी सरकार से खुलकर दो दो हाथ करने में जुट गयी हैं।
मुख्य विपक्षी पार्टी सपा व बसपा को पीछे छोड़ते हुए काँग्रेस ने इस नरसंहार काण्ड पर योगी बनाम प्रियंका बनाने में कामयाब होती दिख रही है।शुक्रवार को जब प्रियंका को प्रशासन ने सोनभद्र जाकर पीड़ितों से से मिलने नही दिया तो प्रियंका वाड्रा गांधी वही धरने पर बैठ मंझी राजनीतिज्ञ की तरह आक्रामक राजनीतिक आक्रमण शुरू कर दिए,जिसके परिणामस्वरूप देश के तमाम हिस्सो में कॉंग्रेसियो ने भी सड़को पर उतर इस मुद्दे पर योगी सरकार की फ़जीहत कर पुतला दहन तक कर डाल महासचिव गाँधी को ताक़त देने में देर नही लगायी।

काँग्रेस के रणनीतिकारों ने राहुल गाँधी की शायद देशभर में बेपरवाह नेता की छवि को ध्यान में रखते हुए अपनी दूसरी इंदिरा गांधी मानते हुए तेजतर्रार प्रियंका को सियासी समर मे उतार बढ़त बनाने में कामयाब दिख रही है।उधर शुक्रवार को ही किसी तरह प्रशासन ने प्रियंका को मिर्जापुर के चुनार के गेस्टहाउस लाने में कामयाब रही।
आज शनिवार को पीड़ित परिवार प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलने गेस्ट हाउस पहुंचा। पीड़ितों से मिलकर और उनके दर्द को सुनकर प्रियंका गांधी भावुक हो गईं। सोनभद्र नरसंहार के पीड़ित परिजन से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी एक बार फिर धरने पर बैठ गई हैं।
दरअसल, प्रियंका गांधी इस बात से नाराज हैं कि पीड़ित परिवार के 15 सदस्य उनसे मिलने आए लेकिन सिर्फ दो को ही अंदर आने की इजाजत दी गई और बाकी लोगों को गेस्ट हाउस के बाहर ही रोक लिया गया।

प्रियंका गांधी ने कहा कि जिनसे मिलने के लिए मैं आई थी, अब उन्हें मुझसे मिलने आना पड़ा फिर भी प्रशासन ने 13 लोगों को मुझसे मिलने नहीं दिया।
प्रियंका वाड्रा गाँधी ने कहा, आखिर महिला पीड़ित परिजनों से मिलने पर प्रशासन को क्या आपत्ति है।
शुक्रवार को नरसंहार पीड़ितों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पुलिस ने मिर्जापुर में रोक लिया, जिसके बाद उनकी बीती रात पुलिस हिरासत में कटी।देर रात तक अफसरों का मिर्जापुर गेस्ट हाउस में आना-जाना लगा रहा। प्रियंका गांधी ने साफ कर दिया कि वो नरसंहार पीड़ितों से मिले बगैर वापस नहीं लौटेंगी।
प्रियंका गांधी ने कहा कि जब तक उन्हें सोनभद्र नहीं जाने दिया जाएगा तब तक वो पीछे नहीं हटेंगी।प्रियंका गांधी ने प्रशासन से कहा कि अगर सोनभद्र में धारा 144 लागू है तो वो पीड़ित परिवारों से मिर्जापुर या वाराणसी में भी मिल सकती हैं।जिसके बाद सोनभद्र नरसंहार के पीड़ित परिजन प्रियंका गांधी से मिलने चुनार गेस्ट हाउस पहुंचे लेकिन प्रशासन ने सिर्फ दो लोगों को ही प्रियंका गांधी से मिलने की इजाजत दी।
तृणमूल प्रतिनिधिमंडल बनारस में हिरासत में
उधर, तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को बनारस पहुंचा, जिसे एयरपोर्ट पर ही हिरासत में ले लिया गया। ये लोग भी सोनभद्र जाना चाहते थे। प्रतिनिधिमंडल में तीन सांसद और 2 विधायक हैं। एयरपोर्ट छावनी में तब्दील हो गया है। एयरपोर्ट पर उच्चाधिकारी भी मौजूद हैं। सोनभद्र के कमिश्नर ने जिले में बाहरी नेताओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है और पूरी घटना की जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है।
छत्तीसगढ़ के सीएम भी आ रहे बनारस, जाएंगे सोनभद्र या मीरजापुर
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों से मिलने के लिए आ रहे हैं। वे वाराणसी एयरपोर्ट आएंगे। वहां से संभवतः मीरजापुर के चुनार गेस्टहाउस जाएंगे जहां प्रियंका वाड्रा मौजूद हैं।
ये भी संभावना है कि टीएमसी सांसद की तरह उन्हें भी एयरपोर्ट पर ही रोक लिया जाए।