★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{पार्टी विथ डिफरेंट बीजेपी को 916 लोगो ने बिन पते के दिये 120 करोड़ तो 76 लोगो ने नही दिए पैन कार्ड के डिटेल्स}
[2016-17 व 2017-18 में 6 राष्ट्रीय पार्टियों को मिला 1059.25 करोड़ का स्वैछिक चंदा]
(भाजपा है सबसे भ्रष्ट पार्टी कहा तृणमूल काँग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन ने)
♂÷एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा को सबसे ज्यादा कॉर्पोरेट और बिजनेस चंदा मिला है। रिपोर्ट में 6 राष्ट्रीय पार्टियों को मिलने वाले चंदा का उल्लेख है। जबकि बहुजन समाज पार्टी ने बताया है कि उसे बिजनेस घरानों से 20 हजार से कम चंदा मिला है, इस रिपोर्ट में किस सेक्टर ने कितना चंदा दिया है, इसका विवरण भी शामिल है।
भारतीय जनता पार्टी को विभिन्न कॉर्पोरेट और बिजनेस घरानों से सबसे ज्यादा 915.596 करोड़ रुपए चंदा के रूप में मिला है जो 20 हजार से कई गुना ज्यादा है। यह पार्टी को चंदा के रूप में वित्तीय वर्ष 2016-17 और 2017-18 में मिली कुल रकम का 94 फीसदी है।कांग्रेस पार्टी ने घोषणा की है कि उसे विभिन्न कॉर्पोरेट और बिजनेस घरानों से चंदा के रूप में 55.36 करोड़ रुपए मिले हैं।यह पार्टी को मिली कुल दान राशि का 81 फीसदी है। भारत के राष्ट्रीय पार्टियों को चंदा के रूप में मिलने वाली रकम का ब्यौरा एडीआर ने जारी किया है।
इस रिपार्ट के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2016-17 और 2017-18 में 6 राष्ट्रीय पार्टियों को कुल 1059.25 करोड़ स्वैच्छिक दान के रूप में मिला है।इनमें से 985.18 करोड़ यानी 93 फीसदी सिर्फ कॉर्पोरेट या बिजनेस घरानों से चंदा के रूप में मिला है। इसमें सबसे अधिक भाजपा को 915.596 करोड़ रुपये कॉर्पोरेट या बिजनेस घरानों से मिला है. कांग्रेस पार्टी को कुल मिलने वाले चंदा का 81 फीसदी कॉर्पोरेट और बिजनेस घरानों से मिला है। यह रकम 55.36 करोड़ है।
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) को सबसे कम कॉर्पोरेट सेक्टर से चंदा मिला है। सीपीआई को 7 लाख में से 4 लाख कॉर्पोरेट सेक्टर से चंदा के रूप में मिला है। बहुजन समाज पार्टी ने बताया है कि वित्तीय वर्ष 2016-17 और 2017-18 में उसे 20 हजार से अधिक चंदा नहीं मिला है।रिपोर्ट में बताया गया है कि 916 चंदा से कुल 120.14 करोड़ रकम मिली है लेकिन इन 916 चंदा देने वालों का पता का उल्लेख नहीं है। जबिक 76 चंदा देने वालों का परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN) का उल्लेख नहीं है। उन्होंने कुल 2.59 करोड़ चंदा के रूप में दिया है,बिना पैन और पता के मिलने वाले चंदा में से 98 फीसदी रकम भाजपा को मिली है।
वित्तीय वर्ष 2016-17 और 2017-18 में चुनावी ट्रस्ट ने राष्ट्रीय पार्टियों को सबसे ज्यादा 488.42 करोड़ चंदा दिया।रियल स्टेट दूसरा सबसे ज्यादा चंदा देने वाला सेक्टर बना,रियल स्टेट ने वित्तीय वर्ष 2016-17 में 49.94 करोड़ चंदा दिया जबकि 2017-18 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने 74.744 करोड़ चंदा दिया, जो इस वित्तिय वर्ष में दूसरा सबसे ज्यादा चंदा देने वाला सेक्टर बना. साल 2016-17 और 2017-18 में भाजपा और कांग्रेस को चुनावी ट्रस्ट से सबसे ज्यादा चंदा मिला।भाजपा को 458.02 करोड़ और कांग्रेस को 29.40 करोड़ चंदा के रूप में मिला।
इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि भाजपा सबसे भ्रष्ट पार्टी है।भाजपा की आय 81 फीसदी बढ़ गई है, 75 फीसदी इलेक्ट्रोल बॉन्ड भाजपा को मिले हैं। गूगल और फेसबुक को मिलने वाला 80 फीसदी विज्ञापन भाजपा ने दिए हैं उन्होंने कहा कि वे चैलेंज करते हैं कि भाजपा उन्हें गलत साबित करे।