★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{पंच सितारा होटल जेडब्ल्यू मेरियट में MAOIS के बैनर तले डिप्रेशन”अवसाद”के रूपों व उनमें कारगर दवाओं पर हुई विस्तृत चर्चा}
“♂÷रविवार को मुंबई के अंधेरी स्थिति फाइव स्टार होटल जेडब्ल्यू मेरियट होटल में कांटीन्यू मेडिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया(CME) द्वारा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।
जिसमे देश विदेश के प्रख्यात मनोचिकित्सको ने भाग लेकर डिप्रेशन”अवसाद”के संदर्भ में गहन चर्चाओं के बीच दवाओं के बाबत प्रस्तुतिकरण कर उपस्थित चिकित्सकों को जानकारी देते हुए उसके प्रभाव, दुष्प्रभाव के बाबत बताया गया।
इस इंटरनेशनल समिट में बनारस से भाग लेने आये बीएचयू के पूर्व मनोचिकित्सक डॉ. एमएन त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि देखा जाए तो साइकेट्री फ़ील्ड में 45%मरीज़ मेजर डिप्रेशन डिसऑर्डर यानी गहरे अवसाद से ग्रसित होते हैं,जिनके मन मे आत्महत्या के विचार आते रहते है और ऐसे अवसादग्रस्त लोग आत्महत्या भी कर लेते है।
डॉ त्रिपाठी ने जानकारी दी कि अगर इनके परिजन इनके असामान्य व्यवहार को नोटिस लेकर तुरन्त मनोचिकित्सक के पास ले जाये तो कुछ ही दिनों में ऐसे मरीज़ मानसिक रूप से स्वस्थ होकर सामान्य व खुशहाल जीवन जीते हैं।उन्होंने आगे कहा कि सम्मेलन में ट्रेनाइल साइप्रोमिन दवा के बाबत विस्तृत चर्चा हुई ,जो मरीज़ डिप्रेशन की बहुत सारी दवाएं खाते रहने के बाद भी उनको लाभ नही मिलता उनमें ये दवा काफ़ी कारगर साबित होती है।
डॉ त्रिपाठी ने जानकारी दी कि ट्रेनाइल साइप्रोमिन के साइड इफ़ेक्ट अन्य दवाओं के मुक़ाबिल न के बराबर है,मरीज़ को इलाज़ के दौरान खानपान पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए जैसे कि चीज़ व मक्खन आदि बिल्कुल नही लेना चाहिए।
MAOIS के बैनर तले आयोजित इस इंटरनेशनल समिट में डॉ. चितरंजन अंद्रादे(डीन व हेड ऑफ डिपार्टमेंट साइकोफार्माकोलॉजी),डॉ. मृगेश वैष्णव(आईपीएस प्रेसिडेंट),डॉ.विनय कुमार(आईपीएस जनरल सेकेट्री)डॉ. नीलेश शाह,डॉ. अलीम सिद्दीकी, डॉ. असित शेठ,डॉ. राजीव गुप्ता, प्रोफेसर नन्द कुमार,ऑस्ट्रेलिया से डॉ. पीके गिलमैन,अमेरिका से डॉ. रजनीश मांगो,आजमगढ़ मेडिकल कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर विन्दप्रकाश सिंह भाग लेने आये थे तो वही दर्जनों मनोचिकित्सक भी इसमें शामिल रहे।