★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{देवेन्द्र फडणवीस, प्रवीण दरेकर व चन्द्रकांत दादा पाटिल की सुरक्षा व्यस्था में कमी करके दमनकारी नीति अपना रही सरकार कहा विधायक रामक़दम ने}
[बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने सरकार पर बोला हमला,नेताओं की सुरक्षा में कटौती करके सरकार दे रही अपने मन्दबुद्धि होने का सबूत]
(महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार द्वारा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस, विप में नेता विपक्ष दरेकर व बीजेपी अध्यक्ष पाटिल की सुरक्षा व्यस्था कम करने पर बीजेपी में उबाल)

♂÷महाराष्ट्र की राजनीति सर्द मौसम में गर्म होती जा रही है, महाविकास अघाड़ी की उद्धव ठाकरे सरकार द्वारा बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की सुरक्षा व्यस्था में कटौती किये जाने को लेकर महाराष्ट्र बीजेपी का पारा गर्म होता जा रहा है।
भाजपा विधायक रामक़दम ने जहाँ इसे ठाकरे सरकार की दमनकारी नीति बताते हुए आवाज़ दबाने का दुस्साहस करते हुए बदले की राजनीति बताया तो वहीं बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने सरकार को मन्दबुद्धि तक बता डाला।

मालूम हो कि उद्धव ठाकरे सरकार ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, विधानपरिषद में नेता विरोधी दल प्रवीण दरेकर समेत भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र के प्रदेशअध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मन्त्री चंद्रकांत दादा पाटिल को पहले से दी गयी सुरक्षा व्यस्था में कटौती कर डाली है।जिसको लेकर बीजेपी आगबबूला है और इसे बीजेपी की आवाज़ दबाए जाने का आरोप ठाकरे सरकार पर जड़ रही है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता व विधायक राम क़दम ने सरकार पर तीक्ष्ण प्रहार करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस,विधान परिषद में नेता विपक्ष प्रवीण दरेकर व बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल की सुरक्षा अमला में कटौती करके महाराष्ट्र सरकार बदले के भाव से दुस्साहस कर रही।उन्होंने आगे कहा कि स्वयं पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि इन नेताओं की सुरक्षा व्यस्था कमतर करने से उनकी जान को खतरा है इसके बाद भी बदले के भाव की मंशा के तहत काम करना घोर निन्दनीय है।
रामक़दम ने आगे कहा कि विगत एक वर्ष के अंतराल में जिस तरह से बीजेपी नेताओं ने सरकार की विफलता व भ्र्ष्टाचार को देश के सामने लाया है रखा है, यहीं इनका डर है, यही इनकी पीड़ा है।विधायक ने ठाकरे सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जो भी आवाज़ उठाएगा सबका आप घर तोड़ोगे,जो भी आपके ख़िलाफ़ बोलेगा उसकी आवाज़ दबाने का दुस्साहस कर रहे हो,ये दमनकारी सरकार लम्बे समय तक नही चलेगी।
उधर बीजेपी महाराष्ट्र के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने सरकार के इस क़दम की तीख़ी आलोचना करते हुए हमला बोला कि नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र फडणवीस, विप नेता विपक्ष प्रवीण दरेकर व प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल की सुरक्षा व्यस्था में कमी करके महाराष्ट्र सरकार में मन्दबुद्धि होने का परिचय दिया है।
चाहे वह कोरोना काल का दौर हो जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने राज्यभर में दौरा कर जनता में भरोसा व हिम्मत भरने का कार्य किया है या फ़िर भंडारा अस्पताल अग्निकाण्ड हुआ है उसमें भी वहाँ पर पहले पहुँचने वाले नेता रहे हैं।
कुल मिलाकर आगामी दिनों में बीजेपी शिवसेना व सरकार के बीच सियासी घमासान होना तय है इस मुद्दे को लेकर।