★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{सभी सांसदों का होगा RT-PCR कोरोना टेस्ट,मोदी सरकार ने हमेशा के लिए ख़त्म की संसद कैंटीन की सब्सिडी जानकारी दी लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने}
[मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में तीसरा बजट पेश करेंगी वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, कोरोना महामारी और उसके बाद उपजे आर्थिक परेशानियों के बीच हंगामेदार रहेगा बजट सत्र]
(विपक्ष किसानों के मुद्दे से लेकर,बढ़ती बेरोज़गारी, चीन के मामले सहित कई मुद्दे पर सरकार पर करेगी प्रहार तो विपक्ष के सवालों को भोथरा करने के लिए सरकार कर रही तैयारी)
♂÷देश मे कम होते जा रहे कोविड19 कोरोना वायरस व उसके टीकाकरण के बीच केन्द्र सरकार बजट सत्र 29 जनवरी से शुरू करने जा रही है,राज्य सभा की बैठक सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक और लोकसभा की बैठक शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक होगी।
आज सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इसकी जानकारी दी है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सत्र के दौरान शून्य काल और प्रश्न काल भी होंगे। उन्होंने सभी सांसदों से बैठक से पहले आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने को कहा है। आरटी-पीसीआर टेस्ट कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा लोकसभा अध्यक्ष ने जानकारी दी कि संसद कैंटीन में फूड सब्सिडी को खत्म कर दिया गया है।
संसद का बजट सत्र 29 जनवरी से शुरू होगा और वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आम बजट 1 फरवरी को पेश होगा।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इसे पेश करेंगी। बजट सत्र के इस बार 8 अप्रैल तक खत्म होने की उम्मीद है जिसमें 15 फरवरी और 8 मार्च के बीच 20 दिनों का ब्रेक होगा। राष्ट्रपति 29 जनवरी को सुबह 11 बजे संसद के दोनों सदनों को संबोधित करेंगे,14 जनवरी को इस संबंध में प्रेस रिलीज जारी किया जा चुका है।
विदित हो कि इस बार का बजट मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का तीसरा बजट होगा। कोरोना महामारी और उसके बाद आर्थिक संकट के कारण यह बजट बहुप्रतीक्षित व महत्वपूर्ण हो गया है।
सितंबर 2020 के बाद पहली बार इस महीने के आखिर में संसद सत्र दोबारा शुरू होगा। सितंबर में मानसून सत्र में सात दिनों की कटौती की गई थी, जब कई सांसद कोविड-19 पॉजिटिव हो गए थे। सरकार ने उसके बाद शीतकालीन सत्र नहीं करने का फैसला लिया जो आम तौर पर नवंबर-दिसंबर में होता है, जिसका कारण महामारी की स्थिति था।
माना जा रहा है कि आगामी संसद सत्र काफ़ी हंगामेदार होने वाला है क्योंकि एक तरफ विपक्ष किसानों के द्वारा जारी आंदोलन को लेकर सरकार के विरुद्ध हमलावर रहेगी तो वहीं सरकार भी विपक्ष के सवालों को भोथरा करने की तैयारी के साथ सदन में आस्तीन चढ़ाते हुए दिखेगी।
