★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{स्कॉर्पियो मालिक मनसुख हिरानी की चोरी गयी स्कॉर्पियो में से 25 फ़रवरी को अम्बानी के घर एंटीलिया के सामने से गाड़ी से मिले थे 20 जिलेटिन की छड़े}
[विधानसभा में बीजेपी के जबरदस्त हंगामे से बैकफ़ुट पर आई सरकार ने मुम्बई पुलिस से केस लेकर दिया ATS को]
(स्कॉर्पियो मालिक मनसुख हिरानी की संदिग्ध मौत पर परेशान परिजनों ने मांगी थी सरकार से मदद,मगर मांग रही अनसुनी)
♂÷दुनियां के बड़े रईसों में एवं भारत के सबसे बड़े धनकुबेर मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के सामने स्कॉर्पियो में मिले विस्फोटक मामले में 10 दिन बीतने के बाद भी मुम्बई पुलिस के हाथ खाली रहने के चलते अब इसकी जाँच ATS करेगी,जांच मुंबई क्राइम ब्रांच से लेकर एटीएस को सौंप दी गयी है।
मालूम हो कि मुकेश अंबानी के घर के बाहर संदिग्ध कार से विस्फोटक जिलेटिन की छड़े बरामद हुई थी,जिससे देश
भर में सनसनी फैल गयी थी।
इस घटना को अंजाम देने में शामिल लोगों के बारे में कोई भी जानकारी हाथ नहीं लगी है। एटीएस ना सिर्फ अंबानी के घर के बाहर बरामद विस्फोटक से जुड़ी जांच करेगी,साथ ही इस मामले में अहम कड़ी रहे स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरानी की संदिग्ध मौत की भी जांच एटीएस ही करेगी।
25 फरवरी को अंबानी के घर के बाहर स्कॉर्पियो में 20 जिलेटिन बरामद हुए थे, 10 दिन बीत जाने के बाद भी जांच टीम को अब तक कोई सबूत नहीं मिले हैं। मामला जब विधानसभा में गूंजा तो दबाव में आकर इस मामले की जांच एटीएस को सौंप दी गई। विधानसभा में जब ये मुद्दा उठाया गया उसी दौरान यह खबर आई कि जिस स्कॉर्पियो गाड़ी का इस्तेमाल करके अपराधियों ने अंबानी के घर के बाहर जिलेटिन रखी थी उस स्कॉर्पियो के मालिक की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है।मनसुख हीरानी नामक इस शख्स से एटीएस, एनआईए और क्राइम ब्रांच के अधिकारी लगातार पूछताछ कर रहे थे।
जिससे परेशान होकर मनसुख ने सरकार से मदद भी मांगी थी लेकिन उसे सरकार की तरफ से कोई राहत नहीं मिली।जिसके बाद 4 तारीख की रात तावडे नामक एक अधिकारी से मिलने के लिए मनसुख घर से निकले और फिर दोबारा नहीं लौटे।
5 मार्च की दोपहर में मनसुख के परिवार को पता चला कि मुंब्रा क्रीक में एक लाश मिली है जिसका हुलिया मनसुख से मिलता है, इसके बाद मनसुख का परिवार इस मामले की गहनता से जांच की मांग कर रहा है।मनसुख की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है जिसमें उनके शरीर पर बाहरी घाव के निशान नहीं मिले हैं, हालांकि मौत का कारण अभी तक नहीं बताया गया है। मनसुख की विसरा रिपोर्ट की केमिकल एनालिसिस के बाद ही मौत के कारण का पता चलेगा।
लेकिन इन सबके बीच कई सवाल भी उठ रहे है।तावडे नामक वह अधिकारी कौन है, जिससे मिलने मनसुख जा रहे थे? मनसुख ने जब सुरक्षा की मांग की थी तो उन्हें सुरक्षा क्यों नहीं मुहैया कराई गई? मनसुख और इस मामले में जांच अधिकारी सचिन वजे का क्या संबंध है? सचिन वजे को जांच टीम से मनसुख की मौत से 2 दिनों पहले क्यों हटा दिया गया ? मनसुख के चेहरे पर पांच से छे रुमाल कहां से आए ? ये वो सवाल हैं जिनका जवाब ना सिर्फ मनसुख का परिवार जाना चाहता है बल्कि इस जांच में इन सवालों के जवाब मिलने से पूरे केस की गुत्थी काफी हद तक सुलझ सकती है। देखना होगा कि एटीएस मनसुख की मौत और अंबानी के घर के बाहर मिले जिलेटिन केस को कब तक सुलझा पाती है।