★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{क्या उद्धव ठाकरे को पता है कि सचिन वज़े का समर्थन कर उन्होंने महाराष्ट्र की छवि को गहरा धक्का पहुंचाया है पूछा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रकान्त दादा पाटिल ने}
[बीजेपी नेता ने सवाल दागा कि यह अत्यंत शर्म का विषय है कि कल तक मुख्यमंत्री जिस पुलिस अधिकारी को पूरा संरक्षण दे रहे थें उसे आज आतंकी गतिविधि के षड्यंत्र में NIA ने किया अरेस्ट]
(NIA ने मुकेश अम्बानी के घर के सामने स्कॉर्पियो से बरामद हुए विस्फोटक मामलें व गाड़ी मालिक हिरन मनसुख की रहस्यमय मौत के सम्बंध में सचिन वज़े को लिया है हिरासत में)
♂÷भाजपा महाराष्ट्र प्रदेशाध्यक्ष चन्द्रकांत दादा पाटिल ने विवादास्पद पुलिस अधिकारी सचिन वज़े प्रकरण का ठीकरा मुख्यमंत्री के माथे पर फोड़ते हुए आज उन्होंने शिवसेना व उद्धव ठाकरे पर जमकर हमलावर रहें। मीडिया को दिए गए बयान में बीजेपी नेता पाटिल ने कहा है कि यह अत्यंत शर्म का विषय है कि एक पुलिस अधिकारी जिसे राज्य के मुख्यमंत्री कल तक पूरा संरक्षण दे रहे थे, उसे आज राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा एक आतंकी गतिविधि के षड़यंत्र में गिरफ्तार किया है।
विपक्षी नेता पाटिल ने मुख्यमंत्री पर तन्ज कसते हुए सवाल दागा कि उद्धव ठाकरे जी, क्या अभी भी आपको लगता है कि एक भ्रष्ट अधिकारी के पक्ष में सार्वजनिक बयान जारी करके आपने हमारे राज्य की छवि को गहरा धक्का नहीं पहुंचाया है?
उन्होंने आगे कहा कि मैं सच में नहीं समझ पा रहा हूँ कि क्यों शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को बेशर्मी से शिवसैनिक सचिन वज़े को बचाने सामने आना पड़ा। हमारी लोकतांत्रिक परंपरा में कोई भी राजनीतिक दल पहले संविधान के प्रति निष्ठा रखता है और फिर जनता के बीच समर्थन जुटाने जाता है लेकिन यहां शिवसेना ऐसे व्यक्ति का समर्थंन करने में जुटी रही, जो उद्योगपतियों को नुकसान पहुँचाकर समाज की शांति भंग करना चाहता था।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा ऐसे बहुत से सवाल हैं, जिनके जवाब मनसुख हिरेन का परिवार और महाराष्ट्र की जनता ढूँढ़ रही है। क्यों वज़े को इस हद तक जाकर समर्थन दिया गया ? वो ऐसे कौन से मंत्री, विधायक और अन्य नेता थे, जिन्हें इस घटनाक्रम की जानकारी थी और फिर भी वे चुप रहे ? वे कौन से पुलिस अधिकारी थे, जिन्हें सब पता था और फिर भी वे चुप रहे ?
सभी को यह पता होना चाहिए कि यह सिर्फ मर्डर केस नहीं है, यह एक आतंकी हमले का केस है, जिसमें एक पुलिस अधिकारी देश की आर्थिक राजधानी में लिप्त पाया गया है,लोगों को महाराष्ट्र पुलिस, मुम्बई पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी में पूरा विश्वास है और इस घटना के पीछे छिपे कई बड़े चेहरे जल्द ही बेकनाब होंगे।
पाटिल ने यह भी कहा कि कुछ पुलिस अधिकारियों को मर्डर केसों में दोषी लोगों को बचाने या आतंकी साजिशों को छिपाने की अपेक्षा अपराध और विशेषतः महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को कम करने की कोशिश करनी चाहिए।