★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{खाद्यमंत्री व टीएमसी जिलाध्यक्ष ज्योतिप्रिय मल्लिक के पास है करोड़ो की संपत्ति और बांग्लादेश में भी हैं जिनके मकान आरोप लगाया बीजेपी महासचिव विजयवर्गीय ने}
[विजयवर्गीय ने कहा कि 5 साल में हुआ 5 हज़ार करोड़ का घोटाला,बीजेपी सरकार के सत्ता में आने पर इस घोटाले की होगी जांच और दोषियों को बख्शा नही जाएगा]
(बीजेपी नेता ने लगाया आरोप की मोदी सरकार ने जो अनाज ग़रीबो में निःशुल्क बाँटने के लिए भेजे उन्हें बाज़ार में बेच दिया गया,इसी कारण इस सरकार को चावल चोर सरकार कहा जाता है)
बीजेपी के महासचिव और बंगाल के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार पर अनाज संग्रह में 5000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार करने का आज प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आरोप लगाया है। इसके साथ ही यह भी बड़ा आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी के खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के मकान बांग्लादेश में भी हैं, उनके पास करोड़ों रुपये की संपत्ति है, बीजेपी की सरकार आने के बाद इनकी जांच करेगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि ज्योतिप्रिय मल्लिक ममता सरकार में खाद्य मंत्री हैं और उत्तर 24 परगना जिले के टीएमसी जिलाध्यक्ष हैं।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जिनते भी अनाज खरीदे गए या जनवितरण प्रणाली से बांटे गए हैं, उनका इस सरकार के पास कोई रिकार्ड नहीं है।
बंगाल के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों से अनाज खरीदने के लिए एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की घोषणा की थी और उसका भुगतान चेक के माध्यम से या ऑनलाइन लेनदेन से होता है और इसके लिए केंद्र सरकार ने जनधन खाते खोले हैं, लेकिन बंगाल में पूरी खरीदारी नकद में हुई है,केंद्र सरकार राज्य के किसानों को किसान सम्मान निधि की राशि देना चाहती थी।इसकी सूची मांगी गई थी, लेकिन राज्य सकरार ने सूची अभी तक उपलब्ध नहीं करायी है, बंगाल के पास इस तरह की कोई सूची नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने जो अनाज गरीबों को निःशुल्क बांटने के लिए भेजे थे उन्हें बाजार में बेच दिया गया, इसी कारण इस सरकार को चावल चोर सरकार कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में इसमें 5000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है और खाद्य मंत्री खुद ही जिम्मेदार हैं, मंत्री का बैलेंस शीट देखें उनकी संपत्ति लाखों से करोड़ों में पहुंच गई है उन्होंने जब चुनाव लड़ना शुरू किया था तब उनके हलफनामे के अनुसार उनकी संपत्ति 5 लाख रुपये थी. साल 2011 में बढ़ कर 81 लाख, साल 2016 एकरोड़ 52 और साल 2021 में 6 करोड़ 29 लाख हो गई है। कई गुणा ज्यादा उनकी संपत्ति बढ़ी है, साल्टलेक में मकान हैं और बांग्लादेश में भी उनकी प्रोपर्टी है, उनकी बेटी ने नोटबंदी के दौरान 3 करोड़ 37 लाख रुपए बैंक में डिपोजिट किया था और आमदनी का जरिया ट्यूशन बताया था।