★राज श्रीवास्तव★
★अयोध्या★
{खण्ड विकास अधिकारी डॉ. घनश्याम त्रिपाठी ने अधीनस्थो के साथ तारुन व बीकापुर में निर्मित हो रहे गोवंश आश्रय केंद्र का किया निरीक्षण}

♂÷छुट्टा आवारा गोवंशों से किसानों को निजात दिलाने के लिए न्याय पंचायत स्तर पर गोवंश आश्रय का निर्माण कराया जाएगा l गुरुवार को खण्ड विकास अधिकारी घनश्याम त्रिपाठी ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ तारुन तथा बीकापुर ब्लॉक में निर्मित हो रहे गौशालाओ का निरीक्षण किया और निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये। बीकापुर के चौरेचंदौली एव तारुन ब्लॉक की ग्राम सभा बेलगरा में गोवंशआश्रय का निर्माण प्रारंभ करा दिया गया है l
खंड विकास अधिकारी डॉ घनश्याम त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक दोनों विकास खंडों में तीन गोवंश आश्रय ही बन सके हैं, जिसमें क्षमता कम होने से क्षेत्र में घूम रहे छुट्टा आवारा गोवंशों को रखने में दिक्कतें आ रही हैं,ऐसी स्थिति में प्रत्येक विकासखंड के न्याय पंचायत स्तर पर गोवंश आश्रय बनाये जायेगे l उन्होंने बताया कि अभी तक विकासखंड बीकापुर में मजरुद्दीन पुर तथा न्यूना पूरब ग्राम सभा मे महज दो गोवंश आश्रय बनाये गये हैं,जबकि तारुन ब्लॉक में केवल एके गौशाला का निर्माण ग्राम पंचायत जाना में हुआ है। इसमें सभी छुट्टा गोवंश नहीं आ पा रहे हैं।, ऐसी स्थिति में दोनों विकास खंडों में न्याय पंचायत स्तर पर चारागाह की भूमि का चिन्हांकन कराया जा रहा है । जमीन की पैमाइश होते ही गौशालाओं का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जायेगा। ग्राम पंचायत चौरे चंदौली तथा वेलगरा में शीघ्रतिशीघ्र छुट्टा गोवंशों को रखने के लिये अस्थाई गोशालाओं का निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया गया हैl
खंड विकास अधिकारी डॉ त्रिपाठी ने बताया कि गोवंश आश्रय का निर्माण ग्रामपंचायत निधि की धनराशि एवं मनरेगा से कराया जायेगा।गोवंशआश्रय मे निरुद्ध पशुओं के चारे की व्यवस्था अलग से की जाती है । मजरुउद्दीनपुर में वर्तमान में 123 गोवंश तथा न्यूनापूरब में 67 गोवंश एवं जानाबाजार में 35 गोवंश पंजीकृत हैं l
दोनों विकास खंडों के गोवंश आश्रय में पशुओं के छाये हेतु पेड़ आदि नहीं है परंतु चौरे चंदौली तथा वेलगरा में निर्मित गोवंशआश्रय मैं छाये हेतु पेड़ आदि हैं l निरीक्षण के दौरान खण्ड विकास अधिकारी ने रोजगार सेवकों तथा तकनीकी सहायकों को समय से कार्य पूर्ण कराने के सख्त निर्देश दिये। इस दौरान सहायक विकास अधिकारी सहकारिता प्रदीप वर्मा, सहायक विकास अधिकारी आई एस वी बद्री प्रसाद वर्मा, सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे।