★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{जम्मू कश्मीर से प्रतिबंध हटाने की घोषणा सरकार के प्रवक्ता कंसल ने करते हुए कहा सांसदों को एनसी प्रमुख फारूक और उमर अब्दुल्ला से भी मिलने की अनुमति}
[कंसल ने कहा कि घाटी में स्थिति है सामान्य तकरीबन सभी इलाकों में से पाबंदियां हटाई गयी]
(मुसलमानों की शीर्ष संस्था जमीयत उलेमा-ए-हिन्द ने कहा कि कश्मीर देश का “अभिन्न”हिस्सा और घाटी के लोंगो का कल्याण भारत के साथ एकीकरण में ही है)
♂÷जम्मू कश्मीर के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जम्मू-कश्मीर से सभी प्रतिबंध हटा लिए गए हैं,
एनसी सांसदों को फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला से भी मिलने की अनुमति दे दी गयी है।
जम्मू कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं। इसके मद्देनजर घाटी से सभी तरह के प्रतिबंध हटा लिए गए हैं। जम्मू कश्मीर के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जम्मू-कश्मीर से सभी प्रतिबंध हटा लिए गए हैं। कुपवाड़ा और हंदवाड़ा में मोबाइल मोबाइल सेवा भी शुरू हो गई है। अनुच्छेद 370 के निष्प्रभावी किए जाने के एक महीने से भी ज्यादा समय गुजर चुका है।
जम्मू कश्मीर सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि घाटी में हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं, लेकिन संचार पर लगी पाबंदी में ढील देने का फैसला पाकिस्तान द्वारा उकसावे सहित विभिन्न पहलुओं पर गौर करने के बाद किया जाएगा। सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यातायात आवाजाही काफी बढ़ी है, आप देख सकते हैं…तेजी से हालात सामान्य हो रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि तकरीबन सभी इलाके से पाबंदियां हटा ली गयी है और घाटी में स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण है ।
प्रतिबंध हटाए जाने के साथ ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसदों को अपने नेताओं से भी मिलने की अनुमति दी गई है। उमर अब्दुल्ला को गिरफ्तार किया गया है और हरि निवास में रखा गया है, जबकि फारूक अब्दुल्ला को पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद से नजरबंद रखा गया है।
मुसलमानों की शीर्ष संस्था जमीयत उलेमा-ए-हिंद (जेयूएच) ने बृहस्पतिवार को कहा कि कश्मीर देश का ‘‘अभिन्न हिस्सा’’ है और घाटी के लोगों का कल्याण भारत के साथ एकीकरण में ही है। साथ ही संगठन ने सरकार से अनुरोध किया कि सभी संवैधानिक उपायों का इस्तेमाल करके क्षेत्र में सामान्य हालात बहाल किए जाएं।