★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{आतंकियो और उनके आकाओं से सम्पर्क को रोकने के लिए इंटरनेट,मोबाइल कनेक्टिविटी पर बैन लगाना था जरूरी कहा विदेश मन्त्री ने}
[जब तक पाकिस्तान अपनी ज़मीन पर आतंकी गतिविधियों को नही रोकता तब तक भारत बात नही करेगा दोहराया फॉरेन मिनिस्टर एस जयशंकर ने]
(रूस, पोलैण्ड हंगरी की यात्रा के बाद ब्रसेल्स पहुँचे विदेश मन्त्री ने कहा पाकिस्तान में आतंकी गतिविधिया दिनदहाड़े चल रही है पाकिस्तान आतंकी संगठनो को फ़ंडिंग भी करता है)

♂÷जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से अभी भी कई तरह के प्रतिबंध लागू हैं,इसे लेकर वहां के लोगों को रोज़मर्रा के कामों में खासी दिक्कतें हो रही हैं।इस बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कश्मीर में इंटरनेट और टेलीफोन कनेक्टिविटी पर लगे बैन को लेकर सरकार का बचाव किया है। जयशंकर का कहना है कि आर्टिकल 370 हटने के बाद कानून व्यवस्था और सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। आतंकियों और उनके आकाओं से संपर्क को रोकने के लिए इंटरनेट और मोबाइल कनेक्टिविटी पर बैन लगाना जरूरी था।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक अखबार को दिए गए इंटरव्यू में ये बातें कहीं।उन्होंने कहा, ‘कश्मीरियों को प्रभावित किए बिना आतंकियों को अपने सरगना के साथ संपर्क करने से रोकना संभव नहीं था, ये कैसे हो सकता है कि सिर्फ आतंकियों और उनके आकाओं के कम्युनिकेशन पर बैन लगाया जाए और बाकी कश्मीरियों के लिए इंटरनेट की सुविधा चालू रहे जाहिर तौर पर ऐसा नहीं हो सकता।
रूस, पोलैंड और हंगरी की यात्रा के बाद ब्रुसेल्स पहुंचे विदेश मंत्री जयशंकर ने वहां के अखबार को दिए गए इंटरव्यू में कश्मीर मसले पर राय रखी, उन्होंने ये भी कहा कि जब तक पाकिस्तान अपनी जमीं पर आतंकी गतिविधियों को नहीं रोकता, तब तक भारत उसके साथ कोई बात नहीं करेगा।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के कश्मीर मसले पर कुछ शर्तों के साथ बातचीत के प्रस्ताव को ठुकराते हुए जयशंकर ने कहा, ‘पाकिस्तान खुले तौर पर आतंकियों को अपनी जमीं पर पनाह दे रहा है ऐसे में भारत उसके साथ किसी भी तरह की बातचीत नहीं कर सकता।
जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियां रात के अंधेरे में नहीं, बल्कि दिनदहाड़े हो रही हैं पाकिस्तान आतंकी संगठनों की फंडिंग भी करता है।
विदेश मंत्री ने कश्मीर में प्रतिबंधों के बीच दवाओं और जरूरी चीजों की सप्लाई में कमी की खबरों को भी खारिज किया है. उन्होंने कहा, ‘वहां हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं,लोगों को उनकी जरूरत का सामान, दवाएं सरकार की तरफ से उपलब्ध कराई जा रही हैं।कुछ जगहों पर प्रतिबंधों में ढील भी दी गई हैहालांकि, ऐहतिहातन कई इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात हैं।
बता दें कि केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटा दिया, इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ा है। कश्मीर पर मोदी सरकार के इस कदम के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत से सारे व्यापारिक संबंध खत्म कर लिए हैं।भारतीय हाई कमिश्नर अजय बिसारिया को भी वापस भेज दिया है। पाकिस्तान ने व्यापारिक संबंध खत्म करने के साथ ही समझौता एक्सप्रेस और लाहौर बस सेवा भी रोक दी है।
कश्मीर मसले को लेकर पाकिस्तान ने दुनियाभर से भारत के खिलाफ मदद मांगी, लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिली। पाकिस्तान इस मसले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद भी जा रहा है। हालांकि, हर मोर्चे पर भारत ने पाकिस्तान को जवाब दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से हाल में हुए मुलाकात में साफ किया कि कश्मीर भारत का आतंरिक मामला है।इस मसले को सुलझाने के लिए किसी दूसरे देश को भारत कष्ट नहीं देना चाहता।