★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि सभी को न्याय दिलायेंगेस्पीकर तो नेता विपक्ष फडणवीस ने कहा सभी के अनुरोध पर वापस लिया प्रत्याशी}
[नाना पटोले विदर्भ के साकोली सीट से है काँग्रेस एमएलए,बीजेपी सांसद रहने के दौरान मोदी का विरोध कर इस्तीफ़ा दे शामिल हुए थे काँग्रेस में]
(शिवसेना, एनसीपी काँग्रेस के विधायकों को आज मिली फ़ाइव स्टार होटलों की क़ैद से मुक्ति, अब परिवार व अपने क्षेत्र में रह सकेंगे माननीय)
♂÷उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी सरकार ने शनिवार को राज्य विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया तो आज रविवार को
काँग्रेस विधायक नाना पटोले को निर्विरोध रूप से सभी विधायकों ने नए विधानसभा अध्यक्ष के रूप में चयन किया है। नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने बताया की सभी दलों के अनुरोध पर भाजपा उम्मीदवार किशन कथोरे ने रविवार को अपना नामांकन वापस ले लिया है। नामांकन वापस लेने की वजह बताते हुए विधानसभा में देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि हमने विधानसभा स्पीकर के पद के लिए किशन कथोरे को नामित किया था, लेकिन सर्वदलीय बैठक में अन्य दलों ने हमसे अनुरोध किया और यह परंपरा रही है कि स्पीकर को निर्विरोध नियुक्त किया जाता है तो हमने अपने उम्मीदवार का नाम वापस ले लिया।
बताते चलें कि नामांकन वापस लेने की समयसीमा रविवार को सुबह दस बजे तक थी। कांग्रेस ने राज्य विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए सत्तारूढ़ शिवसेना-कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर काँग्रेस पार्टी के विधायक नाना पटोले के नाम का शनिवार को एलान किया जबकि भाजपा ने कथोरे को अपना प्रत्याशी बनाया था।हालांकि कई दिनों से चर्चा थी कि काँग्रेस स्पीकर पद पर पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को बिठाना चाहती थी तो वहीं चव्हाण ने इसके लिए इनकार करते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री रह चुके हैं और स्पीकर पद के लिए वह अपने को उपयुक्त नही समझ रहे हैं।चर्चा रही कि काँग्रेस ने शिवसेना व एनसीपी से अपने लिए भी डिप्टी सीएम की माँग की थी किन्तु शरद पवार के नाराज़गी जताने पर उनको मांग छोड़कर स्पीकर पद पर नाना पटोले को बिठाना पड़ा।
पटोले को स्पीकर बनने पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि नाना पटोले भी एक किसान परिवार से आते हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि वह सभी को न्याय दिलाएंगे।
इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष चुनाव पर एनसीपी नेता छगन भूजबल ने कहा कि इससे पहले, विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए विपक्ष ने भी फार्म भरा था, लेकिन अन्य विधायकों के अनुरोध और विधानसभा की गरिमा को बनाए रखने के लिए, उन्होंने नाम वापस ले लिया। अब अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध होना है।
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष व विधायक चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि भाजपा ने कल महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए किशन कठोरे को नामित किया था लेकिन,अनुरोध के बाद, हमने कथोरे की उम्मीदवारी वापस लेने का फैसला किया है।
पटोले विदर्भ में साकोली विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं जबकि कथोरे ठाणे के मुरबाड से विधायक हैं। यह दोनों का विधायक के तौर पर चौथा कार्यकाल है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी सरकार ने शनिवार को राज्य विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। कुल 288 सदस्यों वाले सदन में मतदान से पहले भाजपा के 105 विधायकों के बहिर्गमन करने के बाद कुल 169 विधायकों ने विश्वास मत के पक्ष में वोट दिया।
इस दौरान कई दिनों से लग्ज़री होटलों में क़ैद परिवार से दूर शिवसेना, एनसीपी व काँग्रेस के विधायकों के लिए भी विधानसभा अध्यक्ष चुनाव के बाद राहत भरे दिन वापस आ गए।
मालूम हो कि शिवसेना के द्वारा बीजेपी से गठबंधन तोड़ने व एनसीपी काँग्रेस के साथ सरकार बनाने की कवायद के दौरान तीनों दलों ने अपने विधायकों को होटल-होटल लेकर दौड़ रहे थे और विधायक अघोषित क़ैदख़ाने में लग्ज़री सुविधाओं में दिन काट रहे थे।अब उद्धव सरकार ने शनिवार को सदन में बहुमत साबित किया तो रविवार को स्पीकर का भी निर्विरोध चुनाव होने के बाद अब विधायकों के साथ ही तीनों पार्टियों ने भी दोनों मोर्चे फ़तह करने के पश्चात राहत की साँस ली है।
आज से विधायकगण भी खुली हवा में साँस लेंगे और अपने परिवार, विधानसभा क्षेत्र मे सकेंगे।