★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{असम के चुनावी परिणाम से पूर्व ही काँग्रेस अपने व सहयोगी दल के विजेता मान रही उम्मीदवारों को इंडिगो की फ़्लाइट से भेजा जयपुर}
[कई राज्यों में अपने विधायकों के पाला बदल से हाथ जलाए बैठी काँग्रेस बरत रही अतिरिक्त सतर्कता, अभी कुछ और उम्मीदवार भी भेंजे जा सकते हैं फेयरमाउंट होटल]
(असम में तीन चरणों की चुनावी प्रक्रिया हो चुकी है समाप्त,चुनाव आयोग को इस दौरान मिली 1374 शिकायतों में से 99%का हो चुका है समाधान)
♂÷असम में तीन चरण की वोटिंग संपन्न हो गई है और अब चुनावी परिणाम का सबको बेसब्री से इंतेज़ार है तो इसी दौरान काँग्रेस ने बड़े क़दम उठाते हुए अपने उन उम्मीदवारों को जिनको वह सम्भावित रूप से विधायक मानकर चल रही है को विमान के जरिये राजस्थान भेज दिया है। उसकी इस रणनीति को कहने से गुरेज नही किया जा सकता कि वह कई राज्यों में अपने विधायकों के पाला बदल से धोखा खाने के बाद अतिरिक्त सतर्कता दिखाते हुए मतगणना से पहले कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को सहेजने में जुटी है, असम में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को जयपुर लाया गया है वहीं कांग्रेस के साथ AIUDF के भी उम्मीदवार आए हैं।जयपुर के लग्ज़री फेयरमाउंट होटल में इन प्रत्याशियों को ठहराने की सूचना आ रही है। जोड़-तोड़ की राजनीति से बचने के लिए कांग्रेस ने यह कदम उठाया है, आने वाले दिनों में कुछ और उम्मीदवार जिनको पार्टी सम्भावित विधायक मानकर चल रही है भी जयपुर आएंगे। कांग्रेस ने बदरुद्दीन की पार्टी AIUDF के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस के उम्मीदवार शुक्रवार दोपहर 2 बजे की इंडिगो की फ्लाइट से जयपुर आए हैं।
ये उम्मीदवार एयरपोर्ट से पांच गाड़ियों में सवार होकर फेयरमाउंट होटल पहुंचे हैं, कांग्रेस और AIUDF के कुल 18 उम्मीदवार जयपुर आए।
इन उम्मीदवारों में सुहाना रहमान, आसमा खातून, समसूल खुदा, हाफिज बशीर अहमद, मीनाक्षी रहमान रिजा, मोहम्मद निज उर रहमान, संधिदर तालुकेदार, नजीब अहमद, अमीनुल इस्लाम, रफीकुल इस्लाम सुजान, लश्कर निजाम चौधरी, नजर उल हक, अमीनुल इस्लाम, अशरफहुल हुसैन करीम, दारुल हुदा, जाकिर हुसैन और पृथ्वीराज साठे हैं,ये लोग दो मई को रिजल्ट आने तक राजस्थान में ही रुकेंगे।
उधर चुनाव आयोग ने असम में तीन चरण के विधानसभा चुनावों के दौरान प्राप्त 1,374 शिकायतों में से 99 प्रतिशत को हल कर लिया है, जो 6 अप्रैल को संपन्न हुई थी, अधिकारियों ने गुरुवार को कहा। चुनाव अधिकारियों ने कहा कि उन्हें विभिन्न राजनीतिक दलों, व्यक्तियों और संगठनों से 1,374 शिकायतें मिली हैं और गुरुवार को केवल दो शिकायतें लंबित थीं।
1,374 शिकायतों में से, अधिकतम 938 शिकायतें बिना अनुमति के पोस्टर और बैनर लगाने से संबंधित थीं, जबकि अन्य प्रमुख शिकायतों में धन वितरण (30), अनुमेय स्तर से परे लाउडस्पीकर का उपयोग (14), शराब का वितरण (14), का उपयोग करना शामिल था. बिना अनुमति के काफिले (14) और प्रतिबंधित अवधि (13) के दौरान चुनाव प्रचार।
अधिकारियों के अनुसार, 26 फरवरी को चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद सभी 1,374 शिकायतें प्राप्त हुई थीं।
126 सदस्यीय असम विधानसभा के तीन चरण के चुनाव 27 मार्च, 1 अप्रैल और 6 अप्रैल को हुए थे, परिणाम 2 मई को घोषित किए जाएंगे।
काँग्रेस मानकर चल रही है कि इस बार असम में वह बीजेपी को कड़ी चुनावी टक्कर दे रही है और इलेक्शन के दौरान दावा किया कि वह बीजेपी सरकार को हटाकर काँग्रेस नेतृत्व की सरकार बनाने जा रही है।फ़िलहाल कौन होगा चुनावी शेर और कौन होगा ढेर यह 2 मई को ही साबित हो पायेगा।