★मुकेश शर्मा★
★मुरैना(मध्यप्रदेश)★
[बीजेपी ने कांग्रेस से आये गिरिराज डंडोतिया को उतारा चुनावी अखाड़े में तो यूपी के इटावा निवासी रविन्द्र तोमर समेत कई नाम है कॉंग्रेस से टिकट की रेस में,तोमर पर दर्ज है धोखाधड़ी समेत कई मामले]
{क्षत्रिय बाहुल्य सीट पर दो बार से जीत रहे हैं ब्राह्मण प्रत्याशी, बीजेपी उपचुनाव में भी जीत हासिल कर कांग्रेस समेत विरोधियों को देगी मात कि वोटर बदलेंगे फैसला?}

♂~ग्वालियर मुरैना जिले की दिमनी विधानसभाउप चुनाव में कद्दावर नेताओं की दावेदारी शुरू हो चुकी है । कांग्रेस से बगावत करके आए गिर्राज डंडोतिया भाजपा से प्रत्याशी हैं । दिमनी विधानसभा उप चुनाव में भाजपा के दिग्गजों की साख दांव पर लगी है । इस सीट पर दो कद्दावर नेताओं के वर्चस्व की जंग है । यहां क्षत्रिय समाज के वोट अधिक होने के बाद भी पिछले दो बार से ब्राह्मण प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है लेकिन इस बार दल बदलने और 35 करोड़ के आरोपों की बौंछार और भाजपा के कद्दावर नेताओं का अंदरूनी विरोध भाजपा के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है । क्यों की दिमनी विधानसभा में ज्यादातर जातिगत समीकरण एवम् व्यवहार पर होता है जीत हार का फैसला । यहां बसपा ने अभी अपना पत्ता नहीं खोला है ।
÷ कुंवर रविन्द्र तोमर
दिमनी विधानसभा उपचुनाव में कोंग्रेस के टिकट की चाहत रखने वाले कुंवर रविन्द्र तोमर भिड़ोसा 2008 में राजनीति में आए और बसपा से विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन करारी हार के बाद लोकसभा चुनाव के 2009 में भाजपा का मुखौटा लगाकर भाजपा का भरपूर सहयोग किया । वर्ष 2013 में फिर से दल बदलकर कोंग्रेस पार्टी से चुनाव लड़े लेकिन यहां भी जिस बसपा को छोड़कर आए थे उसी बसपा के प्रत्याशी बलवीर डंडोतिया ने रविन्द्र को हरा दिया । दो बार के हारे हुए और बार बार दल बदलने वाले प्रत्याशी को दिमनी विधानसभा में दल बदलुओं को जनता कितना सहयोग करेगी ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा ?

मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट से उपचुनाव में कांग्रेस के टिकट पर दावेदारी करने वाले कुंवर रविन्द्र तोमर मूल रूप से इटावा उत्तरप्रदेश के निवासी हैं । इनका पूरा परिवार इटावा उत्तर प्रदेश में निवासरत है । रविन्द्र तोमर संचालक बीपी सिटी कार्यालय थाना महाराजपूरा ग्वालियर के विरुद्ध थाना गोले का मंदिर ग्वालियर में 10/06/14 को रकम ठगने और धोखाधड़ी मामले में एफआईआर दर्ज है ।
रविन्द्र तोमर पर रकम ठगने के अलावा गलत तरीके से डायवर्सन, बीपी सिटी के नाम पर किसानों से फर्जी अनुबंध, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के फर्जी दस्तावेज तैयार कर निगम में लगाना, अवैध निर्माण जैसे कई मामलों में आरोप लगे हैं जिनकी जांच अभी भी ठंडे बस्ते में पड़ी है । क्या ऐसे लोगों को प्रत्याशी बनाकर कांग्रेस पार्टी अपनी छवि धूमिल करना चाहेगी ?
÷ रक्षपाल सिंह तोमर
रक्षपाल सिंह तोमर ( बाबूजी ) कांग्रेस के वफादार सिपाही रहे हैं । क्षेत्र में अच्छा वजूद है लगभग 90 के दशक में प्रदेश कांग्रेस की सत्ता के दौरान जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पद पर रहकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह किया । कुशल नेतृत्व की क्षमता रखते हैं लेकिन लंबे समय से राजनीति से दूरी और उम्रदराज होने के कारण विधानसभा प्रत्याशी के रूप में जनसमर्थन मिलना बहुत मुश्किल है ? गणेशपुरा मुरैना में निवासरत होकर वकालात करने वाले रक्षपाल बाबूजी के पास प्रचार प्रसार हेतु भी पर्याप्त टीम की व्यवस्था नहीं है ? शायद स्वयं भी टिकट की दावेदारी ना करें लेकिन पार्टी का निर्णय अंतिम होगा ।
÷ सौरव मुन्ना सिंह तोमर
दिमनी विधानसभा में पिछले पांच साल से सक्रिय हैं । मूल रूप से पुरावस गांव के निवासी होकर व्यापार की दृष्टि से दिल्ली चले गए थे जो कि हर परिवार में कोई ना कोई रोजी रोटी, व्यापार के लिए जाता है लेकिन पांच साल पहले अपनों के बीच अपने क्षेत्र के विकास का संकल्प लेकर लौटे सौरव का मूल उद्देश्य शिक्षा और स्वास्थ्य में दिमनी को अब्बल बनाना है । क्षेत्र में गर्ल्स स्कूल, कॉलैज, अस्पताल बनाने की चाहत रखने वाले सौरव तोमर पूर्व में भी न केवल बुजुर्गों की आंखों के निशुल्क ऑपरेशन कराने का काम कर चुके हैं बल्कि शहीदों के बच्चो की पढ़ाई हेतु भी लगभग दो दर्जन से अधिक परिवारों की आर्थिक मदद कर चुके हैं ।चर्चा है कि अगर कांग्रेस पार्टी सौरव को दिमनी विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाती है तो वह तगड़े प्रत्याशी साबित हो सकते हैं।
कुछ ऐसे लोग भी दावेदारी कर रहे हैं जिनके पास किराए की भीड़ है और आकाओं के सामने किराए की भीड़ का प्रदर्शन कर टिकिट पाने की जुगाड में लगे हुए हैं लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिारियों को अपने विवेक से प्रत्याशी तय करना होगा ।
इनके अलावा आधा दर्जन प्रत्याशी भिन्न भिन्न पार्टी एवम् राजनैतिक दलों से दावेदारी कर रहे हैं। अब देखना ये है कि जातिगत समीकरण और सामाजिक पृष्ठभूमि पर निकलने वाले चुनाव परिणाम किसको विजय तिलक लगाकर मुरैना वासियों का प्रतिनिधित्व करने विधानसभा भेजते हैं ❓