★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{शिवसेना के तेवर ठन्डे पड़ने शुरू सांसद संजय राउत ने कहा कि शिवसेना ने कभी बीजेपी से बात करने के लिए मना नही किया,पालन किया जायेगा गठबंधन धर्म}
[काँग्रेस नेता हुसैन दलवई के द्वारा सोनिया गांधी से शिवसेना को समर्थन देने की मांग पर राउत ने धन्यवाद करते हुए कहा कि सभी दल बात कर रहे हैं शिवसेना बीजेपी को छोड़कर]
(सोनिया गाँधी ने महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं को कहा”वेट एंड वॉच”तो निरुपम ने कहा पार्टी दूर रहे शिवसेना से)
♂÷महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से बीजेपी को आँखे दिखा रही शिवसेना के तेवर अब ठन्डे पड़ते दिखाई दे रहे है। शिवसेना ने कहा कि उसने बीजेपी से बात करने के लिए कभी मना नहीं किया है।
महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से बीजेपी को तेवर दिखा रहे शिवसेना ने कहा कि उसने बीजेपी से बात करने के लिए कभी मना नहीं किया है गठबंधन धर्म का पालन किया जाएगा। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘शिवसेना ने गठबंधन में रहते हुए विधानसभा चुनाव लड़ा था और हम आखिरी वक्त तक गठबंधन धर्म का पालन करेंगे।
इसके साथ ही संजय राउत ने कांग्रेस नेता हुसैन दलवई के कदम का स्वागत किया है।कांग्रेस नेता दलवई ने कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी से महाराष्ट्र में शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार के गठन को समर्थन देने की गुजारिश की है।
गौरतलब है कि शिवसेना बीजेपी से 50-50 के फॉर्म्यूले पर सरकार बनाने की मांग कर रही है यानी ढाई साल सीएम बीजेपी का होगा तो ढाई साल शिवसेना का। लेकिन बीजेपी शिवसेना की मांग को नहीं मान रही है।उसका कहना है कि मुख्यमंत्री पद पर किसी तरह की दावेदारी नहीं मानी जाएगी।देवेंद्र फडणवीस ही पांच साल सीएम रहेंगे. जिसके बाद शिवसेना अन्य विकल्प पर विचार कर रही है।
शुक्रवार को संजय राउत ने कहा था कि शिवसेना स्थिर सरकार के गठन के लिए नंबर जुटा सकती है। उन्होंने कहा, ‘राज्य में मौजूदा राजनीतिक स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि हर कोई एक-दूसरे से बात कर रहा है सिवाय शिवसेना और बीजेपी को छोड़कर।
राउत ने कहा कि शिवसेना ने सरकार गठन की बातचीत नहीं रोकी .. लेकिन बातचीत शुरू ही नहीं हुई।
बता दें कि महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों में बीजेपी और उसकी सहयोगी शिवसेना को बहुमत मिला है लेकिन अभी तक दोनों दलों ने औपचारिक बातचीत तक शुरू नहीं की है। वर्तमान महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 8 नवंबर को पूरा हो रहा है।
वहीं एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात पर संजय राउत कहा, ‘महाराष्ट्र को लेकर कई मुद्दे हैं जिस पर अलग-अलग दल के नेता आपस में बात कर रहे हैं।
गुरुवार को संजय राउत की शरद पवार से मुलाकात के बाद ही महाराष्ट्र में एनसीपी-शिवसेना के गठबंधन की चर्चा शुरू हो गई थी। हालांकि संजय राउत ने कहा था कि शरद पवार से उनकी मुलाकात राजनैतिक नहीं थी वो दिवाली की बधाई देने वहां गए थे।
उधर, महाराष्ट्र काँग्रेस अध्यक्ष बाला साहेब थोराट समेत पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण व अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी फुर्ती दिखाते हुए शुक्रवार को दिल्ली जाकर सोनिया गांधी से मुलाकात की थी किन्तु वहाँ से कहा गया कि फिलहाल देखो और इन्तेजार करो कि नीति काँग्रेस अपनायेगी।
उधर पूर्व मुम्बई अध्यक्ष व सांसद संजय निरुपम ने भी ट्वीट कर काँग्रेस को शिवसेना को समर्थन देने से सावधान करते हुए कहा कि ये शिवसेना की राजनीतिक नाटक है काँग्रेस शिवसेना की विचारधारा अलग अलग है हम धर्मनिरपेक्ष दल हैं।