★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{शिकायत करने वाले कपल पर भी FIR दर्ज़,MR युवक की पुलिस कस्टडी में पिटाई से हुई मौत पर नागरिकों ने ने सड़क पर उतर पुलिस के खिलाफ किया प्रदर्शन}
[नागरिकों ने तख्तियों व बैनर लेकर दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज़ करने की मांग दोहराई और कहा पुलिस कमिश्नर के साथ हो लोगों की बैठक]
(उत्तर भारतीय नेताओं ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए पीड़ित परिवार के प्रति जताया दुःख तो वही कृपाशंकर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री देंगे परिजनों को 10 लाख की आर्थिक मदद)
♂÷मुंबई के वडाला में पुलिस हिरासत में कथित तौर पर हुई मौत के मामले परिजनों ने आरोप लगाया कि अधिकारी और सिपाही ने उसकी पिटाई की और मांगने पर पानी तक नहीं दिया। 26 वर्षीय एमआर विजय सिंह की कथित रूप से पुलिस हिरासत में मौत हो गई, इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और उस कपल के खिलाफ भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है जिसने विजय सिंह की शिकायत की थी। कपल का आरोप है कि विजय ने अपने बाइक की लाइट लड़की के मुंह पर मारी।इसी बात को लेकर दोंनो में हाथापाई हो गई इतने में मौके पर पहुंची पुलिस दोनों को थाने ले गई। पुलिस स्टेशन में लड़की की शिकायत पर शिकायत दर्ज की गई,मृतक के परिवार का आरोप है कि पुलिस ने विजय को पीटा जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई।
सायन इलाके का निवासी विजय सिंह एक दवा कंपनी में एमआर के रूप में काम करता था उसे एक हमले के संबंध में पूछताछ के लिये हिरासत में वडाला ट्रक टर्मिनस थाने में रखा गया था इस दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक के परिवार के सदस्यों और दोस्तों का आरोप है कि पुलिस हिरासत में उसकी पीट-पीटकर हत्या की गई. पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘घटना की जांच के बाद वडाला ट्रक टर्मिनस पुलिस थाने के एक सहायक पुलिस निरीक्षक, एक उप निरीक्षक और तीन कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इस मामले को हिरासत में हुई मौत के मामले की तरह लिया जा रहा है और अपराध शाखा ने जांच शुरू कर दी है।उन्होंने कहा कि मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सरकार द्वारा संचालित अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया गया।
इस बीच, मृतक के परिवार और स्थानीय लोगों ने वडाला ट्रक टर्मिनल पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन कर मुंबई पुलिस आयुक्त से मुलाकात की मांग की, पुलिस के अनुसार सिंह ने सीने में दर्द की शिकायत की जिसके बाद उसे रिहा कर दिया गया, लेकिन वह थाने के दरवाजे पर गिर गया।
सिंह के साथ रहे उनके दोस्त अंकित मिश्रा ने आरोप लगाया कि ड्यूटी पर मौजूद अधिकारी और सिपाही ने उसकी पिटाई की और मांगने पर पानी तक नहीं दिया। मिश्रा ने आरोप लगाया कि जब वह दर्द के कारण बोलने की स्थिति में भी नहीं रहा तो ड्यूटी पर मौजूद अफसर ने बाहर थाने में सिंह का इंतजार कर रहे परिजनों से एक कैब बुलाकर उसे अस्पताल ले जाने को कहा।
सिंह के परिवार के सदस्यों और स्थानीय लोगों ने वडाला ट्रक टर्मिनस थाने के बाहर मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया और मुंबई पुलिस आयुक्त के साथ बैठक की मांग की,तख्तियां और बैनर लिए प्रदर्शनकारियों ने ड्यूटी अधिकारी और अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।
बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया।एक अधिकारी ने बताया कि कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने बेस्ट की बसों पर पत्थर फेंके जिससे कम से कम एक बस के शीशे टूट गए उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है।
उत्तर भारतीय नेताओं ने सरकार और प्रशासन से पीड़ित परिवार की हरसंभव मदद करने व आरोपी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
क्षेत्रीय विधायक तमिल सेलवन,एनसीपी विधायक नवाब मलिक,पूर्व मंत्री नसीम खान,पूर्व सांसद संजय निरुपम आदि ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना जाहिर कर सरकार से हरसम्भव मदद देने की मांग की है।
पूर्व गृहराज्य मन्त्री कृपाशंकर सिंह ने संयुक्त पुलिस आयुक्त विनय चौबे को ज्ञापन देकर पीड़ित परिवार को न्याय दिए जाने की मांग दोहराई है तो वही श्री सिंह ने जानकारी दी कि उन्होंने इस घटना के बाबत मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात करके जानकारी दी जिस मुख्यमंत्री ने दस लाख की आर्थिक मदद पीड़ित परिवार को देने की बात करते हुए उनसे मुलाकात भी करेंगे।