★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★

{राज्यसभा में अमित शाह ने कहा कि क़ानून एक परिवार को ध्यान में रखकर नही बनाये जा सकते,हम परिवार के नही परिवारवाद के खिलाफ है}
[गृहमंत्री ने स्पष्ट किया कि SPG सिर्फ़ गांधी परिवार की ही नही पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, आईके गुजराल,वीपी सिंह व मनमोहन सिंह की भी हटाई गई है]
(भारी हंगामे व काँग्रेस के बहिर्गमन के बीच राज्यसभा में एसपीजी बिल संशोधन हुआ पारित,अब सिर्फ़ प्रधानमंत्री को ही मिलेगी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप कवच)
♂÷राज्यसभा में मंगलवार को भारी हंगामे व काँग्रेस के बहिर्गमन के बाद एसपीजी (संशोधन) बिल 2019 राज्यसभा में पास हो गया। कांग्रेस ने सदन से वॉक आउट किया। इससे पहले अमित शाह ने विपक्ष के आरोपों पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कभी कानून एक परिवार को ध्यान में रखकर नहीं बनाए जा सकते।
उन्होंने कहा कि जो आरोप लग रहे हैं कि यह एसपीजी (संशोधन) बिल एक राजनीतिक प्रतिशोध है, जबकि ऐसा नहीं है। इस बिल से अगर किसी का नुकसान होगा तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का होगा क्योंकि 5 साल के बाद तो उनको भी एसपीजी सुरक्षा नहीं मिलेगी।
अमित शाह के जवाब की बड़ी बातें
राज्यसभा में एसपीजी (संशोधन) बिल 2019 पर जवाब में गृह मंत्री ने कहा कि कुछ लोगों का कहना है कि इस बिल को गांधी परिवार को ध्यान में रखकर लाया गया है, मैं बताना चाहता हूं कि ऐसा नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस बिल में अब तक पांच बार परिवर्तन हुए। चार बार सिर्फ एक परिवार को ध्यान में रखकर कानून बदला गया। लेकिन कानून एक परिवार के लिए नहीं बनाए जा सकते। हम परिवार के खिलाफ नहीं हैं बल्कि परिवारवाद के खिलाफ हैं।
गृह मंत्री ने कहा, देश में सिर्फ गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा नहीं हटाई गई। चंद्रशेखर जी, वी पी सिंह जी, नरसिम्हा राव जी, आई के गुजराल जी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की भी SPG सुरक्षा हटा ली गई लेकिन इसको लेकर कांग्रेस में उस तरह का गुस्सा देखने को नहीं मिला जो गांधी परिवार की सुरक्षा हटाने पर देखने को मिला।
उन्होंने कहा, गांधी परिवार समेत इस देश के 130 करोड़ लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है।
अमित शाह ने कहा, एसपीजी सिर्फ प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए नहीं होती बल्कि उनके स्वास्थ्य, ऑफिस और अन्य चीजों की देखभाल भी करती है। अब जो लोग प्रधानमंत्री नहीं है उनको अब भी प्रधानमंत्री वाली सुरक्षा चाहिए, ऐसा नहीं होता है।
राजनीतिक एजेंडे से सरकार चलाने के आरोप पर गृहमंत्री शाह ने कहा कि केरल में हमारे 120 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई।