★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ कोरोना केस के बढ़ते मामलों को लेकर वर्चुअली बैठक की}
[पीएम ने कहा कुछ राज्य फ़र्स्ट वेव को भी पार कर चुके हैं कुछ और राज्य भी इस तरफ़ बढ़ रहें हैं जो कि सबके लिए है चिंता का विषय]
(पीएम ने कहा अब हमारे पास कोरोना से निपटने के लिए अच्छे संसाधन और वैक्सीन भी है अब हमारा बल माइक्रो कंटेन्मेंट ज़ोन बनाने पर होना चाहिए)
♂÷देश में कोविड19 कोरोना वायरस की बढ़ती भयावहता की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार शाम मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअली बैठक की इस दौरान उनके साथ गृहमंत्री अमित शाह भी थे।
इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक बार फिर चुनौतीपूर्ण स्थिति बन रही है, मै समझ सकता हूं सालभर की लड़ाई के बाद थकान या ढीलापन आ सकता है देश फर्स्ट वेव के समय के पीक को खत्म कर चुका है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अधिकतर राज्यों में प्रशासन सुस्त नजर आ रहा है और ऐसे में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, फिर से युद्ध स्तर पर काम करना जरूरी हो गया है।
उन्होंने कहा कि अच्छा होगा हम कोरोना कर्फ्यू रात के 9 बजे या 10 बजे लगाए ताकि सुबह मैं बाकी काम हो सके, कोरोना कर्फ्यू के रूप में प्रचार करना है, ताकि लोग इस पर ध्यान दें सवा लाख से 10 हजार से भी नीचे मामले लाए थे, फिर हम ऐसा कर सकते है।
हमारे पास पहले के मुताबिक कोरोना से निपटने के लिए अच्छे संसाधन है, अब हमारे पास वैक्सीन भी है,अब हमारा बल माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने पर होना चाहिए।
पीएम मोदी ने सुझाया कि नाइट कर्फ्यू की जगह कोरोना कर्फ्यू का शब्द इस्तेमाल करे, इससे सजगता बनी रहती है, देश में इस बार कोविड संक्रमण की बढ़ोतरी पहले से भी तेज है। हम सब के लिए यह चिंता का विषय है इस बार लोग पहले की अपेक्षा बहुत लापरवाह हो गए हैं।
उन्होंने चिन्ता व्यक्त की कि महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्य प्रदेश और गुजरात समेत कई राज्य फ़र्स्ट वेव की पीक को भी क्रॉस कर चुके हैं कुछ और राज्य भी इस ओर बढ़ रहे हैं,हम सबके लिए ये चिंता का विषय है।
