लेखक-डॉ.के. विक्रम राव “बहुगुणा भाई बहुगुणा शास्त्रीय जी का झुनझुना”। ऐसी काव्यात्मक श्रद्धांजलि “नवभारत टाइम्स” के संवाददाता और मेरे साथी स्व. सुरेंद्र चतुर्वेदी द्व... Read more
लेखक-डॉ.के. विक्रम राव सोचिए यदि टेलीफोन न होता तो ? दुनिया दूरियों में खो जाती। पृथकता गहराती। फासले लंबाते। मानवता बस चिंदी चिंदी ही रह जाती। मगर आज ही के दिन (10 मार्च) ठीक 149 साल पूर्व... Read more
लेखक- डॉ.के. विक्रम राव ( √ 64 वीं पुण्यतिथि पर विशेष! 9 नवम्बर 1896 – 9 मार्च 1961) प्रख्यात संपादक, जानेमाने स्वाधीनता-सेनानी और प्रथम संसद (राज्य सभा) के सदस्य (1952), श्री कोटमराजू... Read more
लेखक- डॉ.के. विक्रम राव प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की गत सप्ताह पुण्यतिथि (28 फरवरी 1963) थी। इस संदर्भ में प्रथम राष्ट्रपति और प्रथम प्रधानमंत्री के बीच चला सत्ता संघर्ष का विश्ले... Read more
लेखक-डॉ.के. विक्रम राव अगर कार्ल मार्क्स ने औघड़, राख रचाये, बाघचर्मधारी, अर्धनग्न, श्मशानवासी अनासक्त वैरागी महादेव की मात्र फोटो देख ली होती तो वे कभी न लिखते कि आस्था या अकीदा आमजन का अफीम... Read more
असली गाँधी थे बादशाह खान लेखक- डॉ.के. विक्रम राव आजकल भारत में हो रहे फसाद के परिवेश में खान अब्दुल गफ्फार खान बहुत याद आते हैं| वे इन दोनों विषम आस्थावालों की एकता के प्रतीक थे| खुदगर्ज मुस... Read more
लेखक-डॉ.के. विक्रम राव सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को “बेचारी” बताया क्योंकि वे संसद में अपना संबोधन ठीक से कर नहीं पाईं। इस शब्द बेचारी (अंग्रेजी में पुवर-लेडी) के... Read more
लेखक -डॉ.के. विक्रम राव गांधी उत्सर्ग दिवस पर विमर्श कर लें कि अगर बापू पाकिस्तान के विरोध में आमरण अनशन पर बैठ जाते तो ? विभाजन टल जाता, भले ही रुक न पाता। डॉ. राममनोहर लोहिया ने इस पहलू को... Read more
लेखक-डॉ.के. विक्रम राव जगजाहिर है कि चंडीगढ़ की इस घटना से एक ज्वलंत विवाद ताजा हो उठता है। हर पीड़ादायक, परेशान करने वाला संस्कार केवल स्त्री पर ही क्यों थोपा जाए ? पति क्या केवल ऐशो आराम क... Read more
लेखक-डॉ.के. विक्रम राव भारतीयों का दबदबा रहेगा ट्रंप प्रशासन पर। मनचले डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति की शपथ लेते वक्त कहा : “मेरी इच्छा थी कि हसीन उषा बाला चिलकूरी वान्स को अपना उपराष्ट्... Read more