★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{भगोड़े इस्लामिक उपदेशक नाइक ने वीडियो जारी कर पाक कुरान की आयत को उद्धरित कर कहा मूर्ति कहीं भी नही बनाई जानी चाहिए,अगर ऐसा कुछ है तो उसे तोड़ देना चाहिए}
[पाकिस्तान के ख़ैबर पख्तूनख्वा में एक मौलवी के उकसाने पर उपद्रवियों ने मन्दिर को तोड़ते हुए उसमें आग लगा दी थी,जिस पर भारत समेत कई देशों ने कड़ा एतराज जताया है]
(पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कठोर कार्रवाई करने का आदेश सरकार को दिया है तो सरकार में मन्दिर के पुनःनिर्माण कराने के आदेश दिए हैं)
[इस घटना में शामिल मौलवी समेत कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के 45 से अधिक उपद्रवियों को किया गया है गिरफ्तार]
♂÷मलेशिया में जाकर शरण लिए भारत का भगोड़ा इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने पाकिस्तान में हिंदू मंदिर तोड़े जाने को सही ठहराया है और कहा कि इस्लामिक मुल्क में मन्दिर नही होने चाहिए।
मालूम हो कि बांग्लादेश समेत दुनियां के कई हिस्सों में हो चुके आतंकवादी घटनाओं में दर्जनों मासूम मारे गए हैं और पकड़े गए आतंकवादियों ने पूछताछ में बताया था कि वह लोग इस्लामिक उपदेशक ज़ाकिर नाइक की जेहाद करने की तकरीरों से प्रभावित थे।ज़ाकिर नाइक के ऊपर भारत मे बड़े पैमाने पर देश विरोधी गतिविधियों में लोगों को प्रेरित करने,मतांतरण कराने, हवाला व मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गम्भीर मामले चल रहे हैं।गत चार वर्षों से जाकिर नाइक भारत से फ़रार होकर मलेशिया में शरण लिए हुए है।
विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक नाइक ने पिछले दिनों मलेशिया से वीडियो जारी कर कुरान की एक आयत सुनाते हुए कहा कि मूर्ति कहीं भी नहीं बनाई जानी चाहिए और अगर ऐसा कुछ है तो इसे तोड़ दिया जाना चाहिए।
अपने जहरीले भाषण से भोले-भाले लोगों को बरगला कर आतंकवाद, जिहाद के लिए प्रेरित करने वाले भगोड़े इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने एक बार फिर सांप्रदायिक जहर घोलने वाला बयान दिया है।
हिंदुस्तान की सरजमीं मुम्बई में पले इस जहरीली सोच वाले उपदेशक ने पाकिस्तान के खबर पख्तूनख्वा में मंदिर तोड़े जाने की वारदात का समर्थन किया है। यही नहीं,ज़ाकिर नाइक ने यह भी कहा है कि इस्लामिक देश में मंदिर नहीं होने चाहिए,अगर इस्लामिक देश में कोई मंदिर है तो उसे भी तोड़ देना चाहिये। अपनी जहरीली बात को सही साबित करने के लिए नाइक ने एक बार फिर पवित्र कुरान को आधार बनाया है।

अपने एक ताजा वीडियो में भगोड़े उपदेशक ने कहा है कि इस्लाम में फोटो बनाना मना है। कुरान की एक आयत सुनाते हुए जाकिर ने कहा कि मूर्ति कहीं भी नहीं बनाई जानी चाहिए और अगर ऐसा कुछ है तो इसे तोड़ दिया जाना चाहिए।
उसने मुसलमानों की पाक किताब कुरान को उद्धत करते हुए कहा, ‘जब मोहम्मद साहब काबा लौटे थे, तो उन्होंने काबा में मौजूद लगभग सभी 360 मूर्तियों को तोड़ दिया था।’ जाकिर नाइक का यह जहरीला बयान ऐसे समय पर आया है जब पाकिस्तान में एक हिंदू मंदिर को तोड़ दिया गया और उसमें आग लगा दी गई थी।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बुधवार को एक मौलवी के नेतृत्व में कट्टरपंथियों की भीड़ ने मंदिर में तोड़फोड़ की थी।करक जिले के टेरी गांव में मंदिर पर हुए हमले की मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और हिंदू समुदाय के नेताओं ने कड़ी निंदा की है।इसके विरोध में पाकिस्तान के बाहर रह रहे मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने भी कड़ा विरोध जताया है तो वहीं भारत सरकार ने भी पाकिस्तान से सख़्त एतराज जताते हुए ठोस कार्रवाई करने को कहा है।
ऐसे में खैबर पख्तूनख्वा के मुख्य मंत्री महमूद खान ने प्रांत में अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा करने का संकल्प लेते हुए कहा कि पुलिस ने मंदिर पर हुए हमले में संलिप्त रहने के संदेह में कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
मंदिर पर हमले के सिलसिले में 45 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से ज्यादातर लोग एक कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी के सदस्य हैं।जमीयत उलेमा-ए- इस्लाम का नेता रहमत सलाम खट्टक भी गिरफ्तार किया गया है उधर पाकिस्तान के उच्च न्यायालय ने भी इस घटना का स्वतः संज्ञान लेते हुए इमरान सरकार व राज्य सरकार को कड़ी कार्रवाई करने के आदेश देते हुए मन्दिर के पुनःनिर्माण करने को कहा है।
गुरुवार को खान के विशेष सूचना सहायक एवं प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता कामरान बंगश ने कहा था कि प्रांत की सरकार ने अधिकारियों को क्षतिग्रस्त मंदिर का पुनर्निर्माण करने का आदेश दिया है।इस बीच, अल्पसंख्यकों के अधिकारों से संबद्ध एक आयोग ने घटनास्थल का दौरा किया है।आयोग के प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय शांति समिति के सदस्यों और हिंदू समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की तथा इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा की।
नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी जाकिर नाइक के मामले की जांच कर रही है।जाकिर नाइक जांच के डर से भारत से भागकर मुस्लिम बहुल देश मलेशिया में रह रहा है,नाइक पर मनी लॉड्रिंग और नफरत फैलाने वाले भाषण देने का आरोप है।उसका नाम 2016 में ढाका के एक नामी रेस्त्रां में हुए बम धमाकों में भी आया था,इन धमाकों में कई लोग मारे गए थे जिनमें कई भारतीय भी थे। इन धमाकों में शामिल एक आरोपी ने बाद में स्वीकार किया था कि नाइक के भाषणों के कारण वह यह घिनौना काम करने के लिए प्रेरित हुआ।एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक नाइक पिछले करीब 4 साल से मलेशिया में रह रहा है।भारत में उसके भाषण पीस टीवी पर प्रसारित होते थे जिस पर अब प्रतिबंध लगा दिया गया है।ब्रिटेन और कनाडा ने उसे वीजा देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद मलेशिया ने उसे स्थाई नागरिकता दे दी।