★मुम्बई★

{निर्दलीय विधायक राणा ने किया दावा की शिवसेना के बगैर फडणवीस सरकार बनने पर शिवसेना के 25 विधायक टूट कर होंगे बीजेपी में शामिल}
[राणा शिवसेना को अहंकारी बताते हुए कहा कि पार्टी प्रमुख को समझना चाहिए कि जनादेशमहायुति के लिए है किसी एक पार्टी के लिए नही]
(संजय राउत पर हमलावर राणा ने कहा कि वह शिवसेना के तोता हैं उद्धवजी राउत को कंट्रोल कर अंकुश लगाये क्योंकि वह तीख़ी बयानबाजी कर रहे हैं)
♂÷शिवसेना के 25 विधायक मेरे सम्पर्क में है जो नई सरकार बनने पर समर्थन करेंगे।
उक्त बड़ा दावा करते हुए महाराष्ट्र के अमरावती जिले की बड़नेर विधानसभा सीट से निर्दलीय जीते विधायक रवि राणा ने राज्य में सरकार गठन को लेकर बड़ा बयान दिया है।राणा ने सोमवार को दावा किया है कि राज्य में नई सरकार बनाने के लिए शिवसेना के करीब 25 विधायक उनके संपर्क में हैं।
उन्होंने सोमवार को अपनी पत्नी और अमरावती सीट से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा के साथ राजभवन जाकर राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मुलाकात की।बड़नेर विधायक राणा ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें संजय राउत की बयानबाजी पर लगाम लगानी चाहिए।
शिवसेना पर अतिअहंकारी होने का आरोप चस्पा करते हुए दावा किया है कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना के दो दर्जन विधायक पार्टी तोड़ने के लिए तैयार बैठे हैं। उन्होंने कहा है कि अगर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बिना सहयोगी शिवसेना को साथ लिए नई सरकार बनाते हैं तो उनकी पार्टी के करीब 25 विधायक बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। उनके मुताबिक, “सच्चाई तो ये है कि शिवसेनाके करीब 25 एमएलए सरकार गठन को लेकर मेरे संपर्क में हैं। अगर निवर्तमान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बिना शिवसेना को साथ लिए सरकार बनाते हैं तो अगले दो महीनों में शिवसेना टूट जाएगी और करीब 25 एमएलए पार्टी में शामिल हो जाएंगे।
राणा ने सोमवार को अपनी पत्नी और अमरावती लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा के साथ मिलकर मुंबई में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। वैसे राणा खुद भी बीजेपी को समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने गवर्नर से मुलाकात के बाद कहा कि, “पिछले पांच वर्षों शिवसेना बहुत ही अभिमानी हो गई है। फडणवीस को इसपर लगाम लगानी चाहिए।” उन्होंने शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ भी जमकर मोर्चा खोला, जो कि शिवसेना की ओर से 50:50 फॉर्मूले और मुख्यमंत्री की कुर्सी में हिस्सेदारी को लेकर लगातार बयान दे रहे हैं। राणा ने उन्हें पार्टी का ‘तोता’ करार देते हुए उनपर अंकुश लगाने की जरूरत भी बताई।
निर्दलीय विधायक ने कहा कि शिवसेना प्रमुख को जनादेश को समझना चाहिए कि 21 अक्टूबर को हुआ मतदान भगवा गठबंधन के पक्ष में था। उन्होंने कहा, “राउत क्या कहते हैं उससे कोई मतलब नहीं, उद्धव ठाकरे को समझना चाहिए कि जनादेश महायुति (बीजेपी-शिवसेना गठबंधन) के लिए है, किसी एक पार्टी के लिए नहीं। उद्धव जी को राउत को कंट्रोल करना चाहिए, क्योंकि वे बहुत तीखी बयानबाजी कर रहे हैं।”
निर्दलीय राणा ने देवेंद्र फडणवीस से मिलकर बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है। दिलचस्प बात ये भी है कि राणा विदर्भ की जिस बडनेरा सीट से लगातार तीसरी बार जीतकर आए हैं, वहां उनका समर्थन कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन ने किया था और अब वह बीजेपी के साथ हैं।