★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★

{शिवसेना सांसद राउत ने कहा कि बहुमत गठबंधन की शर्तों को भी मिला है, गठबंधन ऐसे नही चलता,बीजेपी सरकार बनाने का दावा किये बग़ैर क्यों लौट आयी}
[मातोश्री में शिवसेना विधायको ने बैठक के दौरान किसी भी फैसले के लिए किया उद्धव को अधिकृत तो सभी विधायकों को होटल में भेजा गया टूटफूट से बचाने के लिए]
(केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री बनने के कयासों पर कहा कि दिल्ली छोड़कर राज्य की राजनीति में लौटने का विचार नही है, सीएम फडणवीस बनेंगे)
♂÷महाराष्ट्र में कुर्सी की महाभारत सुलझने की राह अभी तक सामने आती नही दिख रही है तो वहीं शिवसेना जहाँ हर हाल में अपना सीएम बनाने के एलान के साथ ही कहा कि उसके पास सभी विकल्प खुले हैं तो वहीं दो दिनों से किस्सा कुर्सी की राजनीति में तेजी से केंद्रबिंदु बनने वाले बीजेपी के क़द्दावर नेता केंद्रीय मन्त्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री बनने की सम्भावनाओ पर विराम लगाते हुए कहा कि सूबे में बीजेपी शिवसेना गठबंधन की सरकार बनेगी,मुख्यमंत्री फडणवीस होंगे।उधर मातोश्री में विधायकों की बैठक होने के बाद शिवसेना ने अपने सभी विधायकों को एक होटल में ठहरा दिया है जिससे कि किसी भी प्रकार के पाला बदल व टूट फूट न होने पाए।
उधर आज बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल के नेतृत्व में राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मिलकर ताजा राजनैतिक हालातों पर चर्चा की। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उनके पास सरकार बनाने के लिए पूर्ण बहुमत है।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से बीजेपी नेताओं की मुलाकात पर शिवसेना नेता संजय राउत ने तंज कसा है उन्होंने कहा कि हमारा रुख नहीं बदला है। शिवसेना के हित में उद्धव ठाकरे ही फैसला लेंगे सीएम तो शिवसेना का ही होगा।राउत ने आगे कहा कि राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा किए बगैर खाली हाथ क्यों लौट आए, बहुमत सिर्फ बीजेपी-शिवसेना के गठबंधन को नहीं मिला है, बल्कि गठबंधन की शर्तों को भी मिला है गठबंधन ऐसे नहीं चलता है।
संजय राउत ने आगे कहा कि हमारे पास अपना मुख्यमंत्री बनाने के लिए बहुमत है हमें यह दिखाने की जरूरत नहीं है। विधानसभा में हम बहुमत साबित करेंगे हमारे पास विकल्प हैं विकल्पों के बिना हम नहीं बोलते हैं।
जबकि उधर काँग्रेस ने भी विचारधारा के आधार पर शिवसेना को समर्थन देने में असमर्थता जता रही है तो वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने आज साफ़ कर दिया कि काँग्रेस एनसीपी गठबंधन को जनता ने विपक्ष में बैठने के लिए जनादेश दिया है बीजेपी शिवसेना को सरकार बनाने के लिए जनमत मिला है उनको सरकार बनानी चाहिए।
आज उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में उनके बांद्रा स्थित आवास ‘मातोश्री’ में हुई पार्टी के सभी विधायकों की बैठक में विधायकों ने दोहराया कि ‘पदों और जिम्मेदारियों की समान साझेदारी के फार्मूले को लागू किया जाएगा, जिसपर लोकसभा चुनावों से पहले सहमति बनी थी।
पार्टी विधायक शंभुराजे देसाई ने बैठक समाप्त होने के बाद संवाददाताओं को बताया कि शिवसेना विधायकों ने एक प्रस्ताव पारित कर सरकार गठन के संबंध में अंतिम निर्णय लेने के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को अधिकृत किया है।देसाई ने इस बात से इनकार किया कि शिवसेना विधायकों के पाला बदलने के डर की वजह से उन्हें होटल में ठहराया जायेगा। शिवसेना अपने उस रुख पर कायम है कि लोकसभा चुनावों से पहले इस साल फरवरी में, यह तय हुआ था कि बीजेपी और पार्टी के बीच पदों और जिम्मेदारियों को साझा किया जाएगा।
शिवसेना जहां मुख्यमंत्री पद को साझा करने पर जोर दे रही है वहीं बीजेपी ने इससे साफ इनकार कर दिया है।
बीजेपी और शिवसेना में मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर म्यान से तलवारें निकली हुई हैं जिससे 24 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों में गठबंधन को बहुमत से ज्यादे 161 सीट मिलने के बावजूद नयी सरकार बनाने को लेकर गतिरोध बना हुआ है।राज्य के 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनावों में भाजपा को 105 सीटें, शिवसेना को 56, राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं।