लेखक: डॉ.के. विक्रम राव आज कल देश खेल के ज्वर में डूबा हुआ है। तरह-तरह की घटनायें मैदान में हो रही हैं। इसी संदर्भ में ठीक छब्बीस वर्ष पुरानी क्रिकेट गेंदबाजी की एक घटना याद आती है। क्रिकेट... Read more
लेखक: डॉ.के. विक्रम राव आज दैनिक “नेशनल हेरल्ड” फिर सुर्खियों में है, कारण बड़ा गलीज है। प्रस्तुत है मेरी आत्मकथा “तूफान तो आए कई, झुका न सके” (प्रकाशक : पंकज शर्मा-अन... Read more
लेखक-डॉ.के. विक्रम राव ब्रिटिश राज द्वारा 1923 में बनाए मुस्लिम वक्फ एक्ट का संशोधन कर नरेंद्र मोदी सरकार ने यूं तो सुधारवादी और प्रगतिवादी संपत्ति अधिनियम बनाया है। मगर इस पर प्रतिक्रिया का... Read more
लेखक-डॉ.के. विक्रम राव नामित राज्यपाल बनाम निर्वाचित मुख्यमंत्री के विवाद पर उच्चतम न्यायालय की खंडपीठ (न्यायमूर्ति द्वय जेबी पार्डीवाला और आर. महादेवन) ने कल ( 08 अप्रैल 2025) राज्यपाल आरएन... Read more
लेखक-डॉ.के. विक्रम राव राम की कहानी युगों से भारत को संवारने में उत्प्रेरक रही है। इसीलिए राष्ट्र के समक्ष सुरसा के जबड़ों की भांति फैले हुए सद्य संकटों की राम कहानी समझना और उनका मोचन करना इ... Read more
लेखक-डॉ.के. विक्रम राव उर्दू शब्दकोश के अनुसार वक्फ़ का अर्थ है अल्लाह को समर्पित संपत्ति। हालांकि भारत में वक्फ़ के तहत भूमि अधिकतर छिपे तरीके से निजी हित में कब्जियाकर इस्तेमाल होती रही। यह... Read more
लेखक-डॉ.के. विक्रम राव पिछले दिनों बलूचिस्तान के स्वाधीनता सेनानियों ने इस्लामी पाकिस्तान के खिलाफ अपनी जंगे-आजादी की मुहिम को तेज कर दिया। इस संघर्ष में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के... Read more
लेखक-डॉ.के. विक्रम राव राजनेताओं को भारतीय इतिहास का ज्ञान कभी भी पर्याप्त नहीं रहा। सुनी सुनाई बात को तूल देकर वे ऐतिहासिक असत्य को तर्क के रूप में इस्तेमाल करते रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण ह... Read more
लेखक -डॉ.के. विक्रम राव सार्वभौम गणराज्य बांग्लादेश की स्वर्णजयंती (26 मार्च 2025) पर कई अनबूझे, पुराने प्रश्न उभरते हैं। उत्तर खोजते हैं। हल तलाशते हैं। मसलन अखण्ड भारत में जिस भूमि पर लाखो... Read more
लेखक-डॉ.के. विक्रम राव कांग्रेस को इतने दशक हो गए फिर भी न ढांचा बदला न नेतृत्व। वैसा ही है जैसा नवम्बर 1978 में था। एक सियासी आँधी आयी थी। रायबरेली में जख्मी होकर, इंदिरा गांधी चिकमगलूर (कर... Read more