★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{मलेशियाई एयरलाइन्स फ़्लाइट 370 8 मार्च 2014 को कुआलालंपुर से उड़ान भरने के पश्चात हो गया था गायब}
[काफ़ी दिनों खोजबीन के बाद जहाज के अवशेष मिले थे हिन्द महासागर में,रिपोर्ट में कहा गया कि पायलट जाहिरी अहमद शाह था डिप्रेसन में]
(दिलफेंक चरित्र के चलते एयर होस्टेस से सम्बन्धो को लेकर छोड़ चुकी थी उसकी बीवी जाहिरी को तो दो मॉडलों के पीछे था दीवाना पायलट)

[जाहिरी घण्टो ऊँचाई पर ले जाकर आकाश में घुमाता रहा विमान जिससे ऑक्सीजन की कमी से मर गए थे 239 यात्री]
♂÷मलेशिया एयरलाइंस फ्लाइट 370 ने 8 मार्च 2014 को कुआलालंपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अपने निर्धारित समय पर उड़ान भरी थी, लेकिन बाद में यह रेडार से गायब हो गया था। इसमें 239 लोग सवार थे। बाद में प्लेन के अवशेष हिन्द महासागर में पाए गए। अब इस मामले में एक पत्रिका द्वारा हैरान कर देने वाली जानकारी दी गई है। दावा किया गया है कि विमान को उसे संभाल रहे पायलट जाहिरी अहमद शाह ने जानबूझकर दुर्घटनाग्रस्त किया था।
पत्रिका द अटलांटिक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शाह अवसाद की स्थिति से गुजर रहा था। उसकी निजी जिंदगी में सबकुछ ठीक नहीं था। वह दो मॉडल्स को लेकर दीवाना था, जिनकी तस्वीरें उसने इंटरनेट पर देखी थीं। वहीं एयर होस्टेस के साथ संबंधों के कारण उसकी पत्नी उसे छोड़ चुकी थी उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।
रिपोर्ट के लेखक ने दावा किया कि जांच में यह सामने आया है कि विमान के उपकरणों को मैन्युअली बंद किया गया था। इतना ही नहीं पायलट पहले से ही विमान को दुर्घटनाग्रस्त कर यात्रियों की जान लेने का मन बना चुका था।
इसे अंजाम देने के लिए पहले वह विमान को उस ऊंचाई पर ले गया जिससे प्लेन के अंदर ऑक्सिजन की कमी हो जाती है।
मेन केबिन में ऑक्सिजन मास्क सिर्फ 15 मिनट तक सहारा दे सकते हैं। शाह के पास कॉकपिट में ऑक्सिजन होगी, इसलिए वह घंटों तक ऊंचाई पर विमान को घूमाता रहा, जिस वजह से अन्य लोग ऑक्सिजन की कमी से बेहोश हो गए और फिर उनकी मौत हो गई यानी क्रैश से पहले ही प्लेन में सवार सभी लोगों की मौत हो चुकी थी।
ऊंचाई पर ले जाकर सीधे क्रैश
रिपोर्ट में बताया गया कि पहले शाह विमान को ऊंचाई पर ले गया और फिर वहां से सीधे प्लेन को नीचे की ओर मोड़ दिया। इससे विमान तेज गति से नीचे आया और सागर में क्रैश हो गया।बता दें कि, मामले की 495 पेजों की रिपोर्ट में भी इसका जिक्र किया गया था कि प्लेन को अपने निर्धारित रूट से दूसरी ओर ले जाने के लिए कंट्रोल्स के साथ जानबूझकर छेड़छाड़ की गई थी। हालांकि, उन्होंने इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया था।