★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{सुल्तानपुर के डॉ एके सिंह ने पुलिस को बताया धनन्जय सिंह के फ़ोन करने पर घायल का किया था इलाज़,5 लाख के निजी मुचलके पर डॉ को मिली ज़मानत}
[बाहुबली धनन्जय सिंह को नोटिस भेजने की तैयारी में पुलिस,उधर दो शूटर की मुम्बई से गिरफ्तारी की चर्चा,पुलिस नही कर रही आधिकारिक पुष्टि]
(अजीत सिंह हत्याकांड में में मऊ में कुछ आरोपियों की सम्पत्तियों पर चल चुका है सीएम योगी का बुल्डोजर और जबरन कब्जाई गयी ज़मीन ली जा रही सरकारी कब्ज़े में)
♂÷उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुए मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख बाहुबली अजीत सिंह हत्याकांड में लखनऊ पुलिस जौनपुर के पूर्व सांसद बाहुबली नेता धनन्जय सिंह को जल्द ही नोटिस देकर मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की सनसनीखेज हत्याकांड में पूछताछ के लिए बुला सकती है, तो वहीं एक शूटर संदीप सिंह बाबा को पुलिस ने बुधवार को हिरासत में ले लिया है।
घायल शूटर के तौर पर राजेश तोमर की शिनाख्त हुई है जिसके बारे में पुलिस ने पता लगाया है कि ज़ख्मी होने के दौरान धनन्जय सिंह ने सुल्तानपुर के डॉक्टर एके सिंह को रात में फोन करके उसका इलाज़ कटवाया था।इसी जानकारी के आधार पर अब पुलिस बाहुबली सांसद को पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी कर रही है।
उधर एक शूटर गिरधारी उर्फ डॉक्टर को नई दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है तो वहीं दो आरोपी अंकुर और बंधन के मुंबई से पकड़े जाने की भी चर्चा है किंतु पुलिस अभी आधिकारिक तौर पर कुछ नही बोल रही है। लखनऊ पुलिस की जांच में एक और शूटर हरियाणा का रहने वाला मुस्तफा उर्फ बंटी है,
फ़िलहाल अभी मुस्तफा लखनऊ पुलिस की पकड़ से दूर है।
बता दें गैंगवॉर में हुई इस सनसनीखेज वारदात का एक शूटर संदीप सिंह बाबा बुधवार को हिरासत में लिया गया है,वहीं राजेश तोमर के तौर पर घायल शूटर की शिनाख्त हुई है।
एक शूटर गिरधारी उर्फ डॉक्टर को नई दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था, वहीं दो आरोपी अंकुर और बंधन के मुंबई से पकड़े जाने की चर्चा चल रही है।हालांकि पुलिस ने अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी की अधिकृत जानकारी नहीं दे रही है।
पुलिस के अनुसार घायल शूटर अलीगढ़ का राजेश तोमर है,वह बागपत के सुनील राठी गैंग का सदस्य बताया जा रहा है।

जिसके बारे में बताया जाता है कि वह मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में भी पश्चिम के माफ़ीया सुनील राठी के कहने पर शामिल रहा था!।
मालूम हो कि 6 जनवरी को लखनऊ के विभूति खंड में अजीत सिंह की ताबड़तोड़ दर्जनों गोलियां दागकर उस वक्त हत्या कर दी गयी थी जब वह गाड़ी में अपनी महिला मित्र के साथ जा रहे थे।इस घटना में महिला मित्र की जान बच गयी थी।फ़िल्मी स्टाइल में हुए इस शूटआउट में एक शूटर के घायल होने की बात सामने आई थी। दिलचस्प बात ये है कि जिस सुनील राठी गैंग से इस शूटर का संबंध सामने आया है, वही सुनील राठी जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या का आरोपी है।
इस बीच बुधवार को अजीत सिंह हत्याकांड मामले में बुधवार को हत्यारोपी कुंटू सिंह और अखंड सिंह की लखनऊ कोर्ट में पेशी हुई। एसीजेएम तृतीय की कोर्ट में दोनों आरोपी पेश किए गए।बता दें बी-वारंट पर दोनों आरोपियों को पुलिस लखनऊ लाई थी।पेशी के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है।
बता दें लखनऊ के विभूतिखंड इलाके के कठौता के पास 6 जनवरी को हुए गैंगवार में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या मामले में पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह का भी नाम सामने आया है।गैंगवार में घायल शूटर का इलाज करने वाले सुल्तानपुर के डॉ एके सिंह ने पुलिस पूछताछ में बताया कि धनंजय सिंह ने ही उन्हें फोन कर घायल शूटर के इलाज के लिए कहा था।अब पुलिस पूर्व सांसद को नोटिस भेजकर जल्द पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी में है।
दरअसल, अजीत सिंह हत्याकांड की जांच में जुटी लखनऊ पुलिस को जानकारी मिली थी कि गैंगवार में घायल एक शूटर का इलाज सुल्तानपुर के एक डॉक्टर एके सिंह ने किया था।इसके बाद पुलिस ने नोटिस भेजकर डॉक्टर को पूछताछ के लिए सोमवार को बुलाया था। पुलिस को डॉ एके सिंह ने बताया कि धनंजय सिंह ने उन्हें इलाज के लिए कहा था। उन्हें नहीं पता था कि घायल व्यक्ति अपराधी है और उसे गोली लगी है। डॉक्टर एके सिंह पर आईपीसी 176 की कार्रवाई के बाद 5 लाख रुपये के निजी मुचलके पर उन्हें थाने से छोड़ा गया है।
अब डॉक्टर के इस बयान के बाद पुलिस यह मानकर चल रही है कि अजीत सिंह हत्याकांड में धनंजय सिंह ने न सिर्फ शूटर्स मुहैया करवाए बल्कि उन्हें पुलिस से बचाने की भी कोशिश की।
पुलिस का मानना है कि धनंजय सिंह से पूछताछ के बाद कई और बड़े नाम सामने आ सकते हैं।
मालूम हो कि इसके पहले भी कई बहुचर्चित हत्याकांडों में धनन्जय सिंह के नाम आते रहे हैं, कितने में आरोपी भी बनाये गए और कुछ केस में साक्ष्य न मिलने या फ़िर गवाहों के पलट जाने के चलते आरोपों से बरी भी हो चुके हैं।
कुल मिलाकर जिस तरह से आये दिन अजीत सिंह हत्याकांड में नित नए-नए ख़ुलासे हो रहे हैं ये देखना आश्चर्यजनक होगा कि अभी परत-दर-परत कितने नाम सामने आते हैं, क्योंकि ये सिर्फ़ एक व्यक्ति की हत्या नही बल्कि गैंगवॉर में ली गयी जान है।
विदित हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हत्याकांड में कड़े तेवर दिखाते हुए मऊ ज़िले के कई आरोपी के मकानों को बुलडोजर से ध्वस्त करवा दिया है और जबरन कब्ज़ाई गयी जमीनों को मुक्त कराकर सरकार ने कब्ज़े में ले लिया है।कुछ आरोपियों की सम्पत्ति की भी जानकारी जुटाई जा रही है।
मालूम हो कि बीते दिनों सूबे में कुछ सीटों हुए उपचुनाव के दौरान भले ही मल्हनी सीट पर सपा के लकी यादव जीतकर विधायक बन गए किंतु सबकी लड़ाई निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ रहे धनन्जय सिंह से ही रही थी।
इस चुनाव को विधायक पारसनाथ यादव के निधन पर कराया गया था,जिसमे जीत उनके पुत्र व सपा उम्मीदवार लकी यादव को मिली।
मल्हनी सीट को जीतने के लिए चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी चुनावी सभा की तो दिग्गजों ने भी मल्हनी मथने में कोई कसर नही छोड़ी थी।
जौनपुर की मल्हनी सीट पर पूर्व सांसद धनन्जय सिंह ने निर्दलीय के रूप में चुनावी समर में हिस्सा लिया था व ,मल्हनी क्षेत्र में धनन्जय सिंह की कितनी पकड़ है वह इससे ही समझा जा सकता है अपने राजनीतिक यात्रा के शुरुआती दौर में जेल में बंद रहने के दौरान ही पहली बार मे निर्दलीय के रूप में विधानसभा जा पहुँचे, फ़िर जब बसपा ने उनकी राजनीतिक लोकप्रियता को देख तो जौनपुर सदर सीट से सांसदी का टिकट दिया जिसपर धनन्जय सिंह ने सपा के कद्दावर नेता व मुलायम के क़रीबी माने जाने वाले स्व.पारसनाथ यादव को पटखनी देकर लोकसभा सदस्य बने।रारी विधानसभा सीट से इस्तीफ़ा देने के चलते हुए उपचुनाव में अपनी सीट पर अपने पिता को बसपा के टिकट पर भारी मतों से जिताकर विधायक बनाने में सफ़ल रहे थे।