★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{सिस्टम चरमरा गया है अस्थायी अस्पताल बनाने के नाम पर किये जा रहे हैं घपले, जड़ा आरोप महामंत्री मिश्र ने}
[धारावी के कोरोना मुक्ति पैटर्न के शिल्पकार आरएसएस का मुख्यालय नागपुर में ही है,गृहमंत्री देशमुख लें संघ की मदद कहा बीजेपी नेता ने]
♂÷राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख के अनुरोध पर बीएमसी कमिश्नर आई एस चहल के नेतृत्व में नागपुर गई पांच सदस्यीय टीम पर मुंबई बीजेपी के महामंत्री अमरजीत मिश्र ने आज तंज कसते हुए कहा कि खुद को खबर नहीं है अपनी गली का रास्ता,औरो के घर की राह बताने चले हैं लोग।
भाजपा नेता ने कहा कि मुंबई में रोज सर्वाधिक मरीज पाए जा रहे हैं ।देश में अपनी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रसिद्ध मुंबई में स्वास्थ्य सेवाओं को ग्रहण लग गया है।सारा सिस्टम चरमरा गया है।अस्थायी अस्पताल बनाने के नाम घपले किये जा रहे हैं।सरकार नाम की चीज दिखाई नही पड़ रही।
फडणवीस सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त फिल्मसिटी के उपाध्यक्ष रहे अमरजीत मिश्र ने कहा कि राज्य सरकार को 9 महिने होने आये पर अभी तक उसे अपने अस्तित्व का बोध नहीं हुआ है।राज्य के मंत्री को फडणवीस सरकार के सपने आते हैं।वे स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पिछ्ली सरकार को दोषी मानते हैं।जबकि विभाग शिवसेना के पास ही था। पिछ्ली सरकार में सत्ता में शामिल होकर विपक्ष की भाषा बोलनेवाले लोग अब भी वही राग अलाप रहे हैं।श्री मिश्र ने कहा कि यदि उनसे सरकार नहीं संभाली जा रही तो महाराष्ट्र को अपनी महत्वाकांक्षा की प्रयोगशाला क्यों बना रहे हैं?
श्री मिश्र ने आज यहां एक प्रेस बयान जारी कर गृहमंत्री अनिल देशमुख को आड़े हाथों लिया और कहा कि धारावी व वरली को कोरोना मुक्त करने का काम अकेले मुंबई मनपा ने नही किया।बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्पित स्वयंसेवकों की कर्मठ्ता ने यह पराक्रम किया है।मुंबई से मनपा आयुक्त को लाखों रुपए खर्च कर नागपुर ले जाने के बजाय श्री देशमुख नागपुर के संघ मुख्यालय में चले गए होते तो आदर सम्मान पाने के साथ साथ उन्हें कोरोना मुक्ति का मंत्र भी मुफ्त में मिल गया होता।नरसिम्हा राव के प्रधानमंत्रित्व काल में सरकार का पक्ष रखने गए विपक्ष के नेता अटल बिहारी वाजपेयी की घटना की याद दिलाते हुए भाजपा नेता ने कहा कि देश चलाने की पहली पात्रता है कि काम का श्रेय देना सीखो।
महामंत्री ने कहा मेरे सीने में नही तो तेरे सीने में ही सही,हो कहीं भी आग लेकिन आग जलनी चाहिए।